
पटना/रांची, 17 जुलाई 2025 | बिहार और झारखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दोनों राज्यों की प्रमुख नदियों के जलस्तर में भारी वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। वहीं, वज्रपात की घटनाओं में बिहार के छह जिलों में 15 लोगों की जान चली गई है, जबकि नौ लोग झुलस गए हैं।
गया-बोधगया: फल्गु और निरंजना नदी में रिकॉर्ड जलस्राव, चार की डूबने से मौत
गया जिले में फल्गु, मुहाने और निरंजना नदियों में अबतक का सबसे अधिक जलस्राव दर्ज किया गया है। जिले में चार लोगों के डूबने की सूचना है।
- संतोष मांझी (45), मंडावर नदी (बांकेबाजार)
- नागेश चौधरी (50), सिंधुगढ़ आहर (मोहनपुर)
- आयुष (12), धरधरी नदी (डोभी) – लापता
- कैलाश मांझी (40), कुलसकरी नदी (अदलपुर, बाराचट्टी) – लापता
मगध मेडिकल कॉलेज के ओपीडी और नेत्र विभाग में बारिश का पानी घुस गया है। वहीं, गया-धनबाद रेलखंड पर यदुगांव सेक्शन में मिट्टी और पत्थर खिसकने से चार घंटे तक परिचालन ठप रहा।
नालंदा: झारखंड से छोड़े गए पानी से संकट, छह अंचलों में रेड अलर्ट
उदेरास्थान (झारखंड) से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, नालंदा जिले में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। डीएम ने एकंगरसराय, करायपरसुराय, हिलसा, अस्थावां, बिंद और गिरियक अंचलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
अन्य जिलों में हालात
- बेगूसराय: मधुरापुर बोल्डर घाट पर गंगा का कटाव, गुप्ता बांध संकट में
- सारण: गंगा दियारे में कटाव तेज
- जहानाबाद: घोसी प्रखंड में फल्गु तटबंध टूटा, भारथु-झुनकी सड़क डूबी
- मुंगेर: बुढ़िया नदी का डायवर्सन बहा, हवेली खड़गपुर-तारापुर मार्ग अवरुद्ध
- सहरसा: कोसी के जलस्तर से झाड़ा पंचायत का संपर्क कटा
- कटरा: बागमती में तीन फीट वृद्धि, पीपा पुल डूबा
वज्रपात से छह जिलों में 15 की मौत, खेतों में काम कर रहे लोग चपेट में
बुधवार को हुए तेज वज्रपात में नालंदा (5), वैशाली (4), पटना (2), नवादा (2), जहानाबाद (1) और औरंगाबाद (1) में मौतें हुईं।
- नालंदा: रहुई (2), गिरियक (1), नगरनौसा (1), वेना (1)
- वैशाली: राघोपुर (2 युवक, क्रिकेट खेलते समय), बिदुपुर (1), लालगंज (1 महिला)
- पटना: खुसरूपुर में दो लोगों की मौत
- नवादा: रोह प्रखंड में दो
- झुलसने की घटनाएं: कुल 9 लोग विभिन्न स्थानों पर आंशिक रूप से झुलसे हैं
प्रशासन सतर्क, राहत दल सक्रिय
प्रभावित जिलों में प्रशासनिक टीमें, एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन बलों को सक्रिय कर दिया गया है। डीएम, एसपी और आपदा प्रबंधन अधिकारियों को राउंड-द-क्लॉक निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।