ग्रासरूट स्तर पर मिल रही जबरदस्त स्वीकार्यता, निकाय चुनाव में दिखा सीधा असर
पटना, 3 जुलाई 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो दशकों से अधिक लंबे शासनकाल में बिहार ने कई सामाजिक और आर्थिक बदलाव देखे हैं। जनकल्याणकारी योजनाओं की व्यापक स्वीकार्यता और असर अब न सिर्फ लोगों की जिंदगी में दिख रहा है, बल्कि हाल ही में संपन्न स्थानीय निकाय चुनाव में भी इसका स्पष्ट प्रभाव देखने को मिला। बड़ी संख्या में सत्तारूढ़ दल के समर्थकों ने चुनावों में जीत दर्ज कर अपनी पकड़ को और मजबूत किया है।
जमीन पर उतर रही हैं योजनाएं
नीतीश सरकार की योजनाएं अब सिर्फ घोषणाओं या फाइलों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि गांव-गांव, शहर-शहर में लोग इन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं:
- महिलाओं के लिए – मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
- युवाओं के लिए – स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना
- बुजुर्गों के लिए – मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना
इन योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ बड़ी संख्या में जनता को मिला है, जिससे समाज में भरोसा और समर्थन दोनों बढ़ा है।
किसानों के लिए हाईटेक खेती की ओर कदम
बिहार सरकार ने खेती को आधुनिक बनाने की दिशा में “पॉपुलराइजेशन ऑफ एरियल स्प्रे ऑफ पेस्टिसाइड एंड लिक्विड फर्टिलाइज़र बाय ड्रोन” योजना को मंजूरी दी है।
- इस योजना में किसानों को ड्रोन के उपयोग की ट्रेनिंग और सब्सिडी दी जाएगी।
- इसके लिए 368.65 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- यह पहल खेती को टिकाऊ और लाभकारी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत: पेंशन तीन गुना हुई
मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के अंतर्गत अब बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को हर महीने ₹1100 की पेंशन दी जाएगी, जो पहले ₹400 थी।
- यह निर्णय जुलाई 2025 से लागू होगा।
- योजना के लाभार्थियों की संख्या अब 50 लाख के करीब पहुँच रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा,
“वृद्धजन समाज का अनमोल हिस्सा हैं और उनका सम्मानजनक जीवन-यापन सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से युवाओं को नया जीवनमार्ग
2016 में शुरू की गई स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना ने हजारों छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी है।
- छात्रों को ₹4 लाख तक शिक्षा ऋण दिया जाता है।
- भुगतान कोर्स पूरा करने और जॉब मिलने के बाद शुरू होता है, जिससे शिक्षा प्राप्त करना आसान बनता है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश सरकार की योजनाएं अब आम आदमी की जिंदगी को गहराई से प्रभावित कर रही हैं। यही कारण है कि नीतियों की सफलता अब सियासी स्तर पर भी झलकने लगी है।
यह महज़ संगठन की ताकत नहीं, बल्कि जनता की स्वीकृति का प्रमाण है।
नीतीश सरकार की योजनाएं अब विकास और बदलाव का पर्याय बन चुकी हैं। जनमानस में बढ़ता भरोसा और चुनावी समर्थन, इस बात का संकेत है कि विकास की राजनीति अब लोगों के जीवन को प्रत्यक्ष रूप से बदल रही है।
