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कटिहार, 23 मई 2025 – बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र के रौनिया गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। शौचालय की टंकी की सेंटरिंग खोलने के दौरान दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य मजदूरों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों में एक मजदूर के साथ गृहस्वामी का पुत्र शामिल है।


कैसे हुआ हादसा?

गृहस्वामी लक्ष्मी महतो के घर पर चार शौचालय टंकियों की सेंटरिंग खोलने का कार्य चल रहा था। तीन टंकियों को सुरक्षित तरीके से खोला जा चुका था, लेकिन चौथी टंकी खोलते समय हादसा हो गया। सेंटरिंग के दौरान टंकी के अंदर जहरीली गैस होने की आशंका है, जिससे एक-एक कर चार मजदूर और गृहस्वामी का पुत्र मनोज महतो बेहोश हो गए।


ग्रामीणों ने बचाव में दिखाई तत्परता

घटना के तुरंत बाद गांव के लोग हरकत में आ गए और जेसीबी मशीन की मदद से बेहोश लोगों को टंकी से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक मजदूर और मनोज महतो की मौत हो चुकी थी। अन्य तीन मजदूरों को गंभीर हालत में कोढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।


गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

हादसे की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। “हमने कभी नहीं सोचा था कि एक साधारण सा काम इतना खतरनाक साबित होगा,” स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह कुशवाहा ने दुख जताते हुए कहा।


प्रशासन मौके पर, जांच शुरू

घटना की जानकारी मिलते ही कटिहार सदर एसडीपीओ धर्मेन्द्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है और घटना की गहराई से जांच की जा रही है।

“जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कड़ी और विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी,” एसडीपीओ ने कहा।


मुखिया प्रतिनिधि की मांग

मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह कुशवाहा ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को मुआवजा और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।


एक चेतावनी और सबक

यह हादसा न केवल एक गांव की त्रासदी है, बल्कि बिना सुरक्षा उपकरणों के टंकी या सेप्टिक टैंक जैसे कार्यों में उतरने की गंभीरता को भी उजागर करता है। यह समय है जब ग्रामीण निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों और जागरूकता को गंभीरता से लिया जाए।


हम मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।