मधेपुरा/मोतिहारी (बिहार): बिहार में परिवहन विभाग की घोर लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाना कैंपस में बीते एक महीने से खड़ी एक दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो का 285 किलोमीटर दूर मोतिहारी में ओवर स्पीडिंग का चालान काट दिया गया। इस घटना से वाहन मालिक सकते में हैं और उन्होंने इसे फर्जीवाड़ा करार देते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला?
जजहट सबैला, सिंहेश्वर (मधेपुरा) निवासी संतोष कुमार की स्कॉर्पियो (नंबर: BR-43P-7950) 29 अप्रैल को एक सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गई थी और तब से यह सिंहेश्वर थाना परिसर में खड़ी है। इस बीच, 26 मई को वाहन मालिक को एक SMS प्राप्त हुआ, जिसमें बताया गया कि उनकी स्कॉर्पियो मोतिहारी जिले में ओवर स्पीड करते पकड़ी गई और ₹2000 का चालान काटा गया है।
वाहन है थाना में, फिर चालान कैसे?
चालान की सूचना मिलने के बाद संतोष कुमार ने अपने छोटे भाई बौआ कुमार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने जब परिवहन पोर्टल पर जांच की तो पाया कि इसी स्कॉर्पियो पर एक और चालान अगस्त 2024 में पटना में भी काटा गया है, जिसमें अधिकारियों की अवज्ञा के लिए ₹2000 का जुर्माना लगाया गया है।
बौआ का कहना है कि गाड़ी उस समय मधेपुरा थाना में ही मौजूद थी, फिर यह चालान कैसे कटा? उन्होंने कहा, “दूसरे चालान में जिस नंबर प्लेट की तस्वीर दिख रही है, वह हमारी गाड़ी की ही नहीं है। यह पूरी तरह फर्जीवाड़ा है।”
प्रशासन और परिवहन विभाग को भेजी गई शिकायतें
इस मामले को लेकर पीड़ित ने मधेपुरा जिला परिवहन कार्यालय, पटना ट्रैफिक एसपी, मोतिहारी एसपी, और सिंहेश्वर थाना को मेल के जरिए सूचना दी है। वे अब परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से औपचारिक शिकायत करने की तैयारी में हैं।
थाना अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया
सिंहेश्वर थाना अध्यक्ष विरेंद्र कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, “29 अप्रैल को हुई सड़क दुर्घटना के बाद उक्त वाहन थाना परिसर में जब्त है और अभी भी यहीं खड़ा है। चालान कैसे कटा, यह मैं नहीं कह सकता।”