- राज्य में सड़क, रेल और हवाई परिवहन के नए नेटवर्क विकसित
- 1304 किमी नई सड़कों का जाल बिछा, 74 में 44 बड़ी सड़क परियोजनाएं पूरी
- रेल की 5 बड़ी परियोजनाएं पूरी, शेष का काम वर्ष अंत तक संभावित
- पटना एयरपोर्ट समेत 5 हवाईअड्डों का निर्माण एवं विकास कार्य प्रगति पर
पटना, 8 जून।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 में बिहार के लिए घोषित 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का लाभ अब धरातल पर दिखने लगा है। डबल इंजन सरकार के प्रयासों से सड़क, रेल और हवाई परिवहन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। अधिकांश योजनाएं पूरी हो चुकी हैं और शेष परियोजनाएं भी जल्द पूरी होने की राह पर हैं।
सड़क परिवहन में ऐतिहासिक उपलब्धि
सड़क परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत 2,836 किमी लंबी सड़क निर्माण के लिए 74 परियोजनाओं की घोषणा की गई थी। इनमें 51,540 करोड़ रुपये की लागत से अब तक 44 सड़क परियोजनाओं का काम पूरा हो चुका है। इससे 1304 किमी नई सड़कें बनीं, जिस पर 14,898 करोड़ रुपये खर्च हुए।
इनमें कई बड़ी सड़क परियोजनाएं शामिल हैं:
- महात्मा गांधी सेतू का पुनर्निर्माण — 1742 करोड़
- पटना-गया-डोभी सड़क — 1680 करोड़
- सिमरिया-खगड़िया 4 लेन — 1063 करोड़
- कईलवर-भोजपुर 4 लेन — 750 करोड़
- भोजपुर-बक्सर एनएच-84 — 595 करोड़
22 सड़क परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर
1,057 किमी लंबी 22 सड़क परियोजनाओं का निर्माण कार्य अभी चल रहा है, जिस पर 25,933 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इनमें 11 परियोजनाएं चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरी हो जाएंगी। शेष 2027-28 तक समाप्त होने की संभावना है। इसके अलावा 271 किमी लंबी 5 नई परियोजनाओं की शुरुआत और 2 परियोजनाओं की मंजूरी प्रक्रियाधीन है। सोनबर्षा और रक्सौल परियोजनाओं को रक्षा मंत्रालय के कारण स्थगित किया गया है।
प्रमुख निर्माणाधीन परियोजनाओं में महात्मा गांधी सेतू के समानांतर 4 लेन पुल, पटना-कोईलवर 4 लेन, उमगांव-सहरसा सड़क, कोसी नदी पर पुल, विक्रमशिला सेतु और मुंगेर-मिर्जाचौकी 4 लेन सड़क शामिल हैं।
रेलवे में भी तेज़ी
बिहार पैकेज के तहत 9 रेल परियोजनाओं में से 5 का कार्य पूरा हो गया है। 4,841 करोड़ रुपये की लागत से 652 किमी रेल लाइन का निर्माण/दोहरीकरण हो चुका है। 466 किमी लंबी 4 परियोजनाओं पर 7,736 करोड़ रुपये खर्च कर काम जारी है।
प्रमुख परियोजनाएं:
- किउल-गया दोहरीकरण
- समस्तीपुर-दरभंगा दोहरीकरण
- धनबाद-सोननगर तीसरी लाइन
- रामपुर डुमरा टाल लाइन दोहरीकरण
- राजेंद्र पुल निर्माण
हवाई परिवहन में भी विस्तार
पटना समेत 5 शहरों में एयरपोर्ट के निर्माण और विकास की योजनाएं मंजूर हुई हैं। पटना एयरपोर्ट पर 1,216 करोड़ रुपये खर्च कर नए टर्मिनल और भवन का निर्माण हो चुका है। गयाजी एयरपोर्ट पर 68.72 करोड़ रुपये खर्च किए गए। बिहटा, पूर्णिया और रक्सौल में एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया जारी है। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के उद्घाटन के साथ बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पूर्णिया में भी जल्द निर्माण शुरू होगा, जबकि रक्सौल में जमीन सर्वे का काम जारी है।
पीएम के विशेष पैकेज से बिहार में आधारभूत संरचना के विकास को नई गति मिली है। सड़क, रेल और हवाई सेवाओं के विस्तार से बिहार की कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। इससे विकास और निवेश के अवसर भी बढ़ेंगे।