पटना | 2 जून 2025
बिहार में अगले छह महीनों के भीतर होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज़ हो गई हैं। चुनाव आयोग की तरफ से मिली जानकारी और सूत्रों के हवाले से यह संकेत मिला है कि बिहार में दो से तीन चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं।
त्योहारों को ध्यान में रखते हुए तय होंगी तारीखें
सूत्रों के अनुसार, चुनाव की तारीखें तय करते समय दिवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि मतदाताओं को किसी तरह की असुविधा न हो। बता दें कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग की ओर से पूरी प्रक्रिया समय से पहले पूरी करने की तैयारी है।
मुख्य चुनाव आयुक्त का संभावित दौरा
चुनाव से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार इसी महीने बिहार का दौरा कर सकते हैं। इस दौरे के दौरान वे राज्य के चुनावी हालात और तैयारियों का समीक्षा निरीक्षण करेंगे। चुनाव आयोग के तहत सभी जिलों में चुनावी प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्य जोरों पर है।
मतदाता सूची पर विशेष सतर्कता
चुनाव आयोग इस बार मतदाता सूची को लेकर बेहद सतर्क है। बिहार, हरियाणा और दिल्ली में 6 से 10 जनवरी 2025 के बीच अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की गई थी, और अब तक उस पर कोई अपील नहीं की गई है।
इसके साथ ही बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को पहचान पत्र दिए जा रहे हैं ताकि वे घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन का कार्य कर सकें।
डुप्लीकेट EPIC नंबर होंगे समाप्त
विपक्षी दलों द्वारा मतदाता सूची में डुप्लीकेट नाम और फर्जी EPIC कार्ड को लेकर लगाए गए आरोपों के बाद आयोग ने कई कड़े कदम उठाए हैं:
- डुप्लीकेट EPIC (Electors Photo Identity Card) नंबर पूरी तरह समाप्त किए जा रहे हैं।
- मृतक मतदाताओं के नाम हटाने के लिए अब रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के मृत्यु रजिस्टर से डेटा को जोड़ा गया है।
क्या कहते हैं चुनाव आयोग के सूत्र?
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक:
“हमारा लक्ष्य पारदर्शी, निष्पक्ष और समयबद्ध चुनाव कराना है। त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मतदाताओं की सुविधा सर्वोपरि होगी।”