पटना, 11 जून 2025।राज्य के 16 बाढ़ संभावित जिलों की बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने मंगलवार को एक वर्चुअल बैठक आयोजित की। विभागीय मंत्री श्री विजय कुमार मंडल एवं अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिलाधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए गए।
बैठक की शुरुआत बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक श्री सी.एन. प्रभु द्वारा राज्य में आगामी मॉनसून पूर्वानुमान पर पीपीटी प्रस्तुति के साथ हुई।
जिलाधिकारियों को निर्देश — बाढ़ पूर्व तैयारियां ससमय पूरी करें
बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री श्री विजय कुमार मंडल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी जिलाधिकारी बाढ़ पूर्व तैयारी के सभी कार्य समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही जिन जिलों में बारिश से फसल क्षति की सूचना मिली है, वहां त्वरित कार्रवाई की जाए।
मॉनसून अलर्ट : 14-15 जून से वर्षा संभावित
अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने कहा कि 14-15 जून से राज्य में मॉनसून के आगमन की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी बाढ़ पूर्व तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखें। उन्होंने विशेष तौर पर नदियों के जलस्तर, कटाव, तटबंधों की स्थिति पर सतत निगरानी रखने तथा आपदा के समय रीस्पॉन्स टाइम न्यूनतम रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मीडिया ब्रीफिंग के माध्यम से आम जनता को समय-समय पर सचेत करते रहें। साथ ही सभी जिले बांधों का निरीक्षण कर लें, यदि कहीं मरम्मत या अन्य सुधार की जरूरत हो तो तुरंत संबंधित अभियंताओं के माध्यम से आवश्यक कार्रवाई की जाए।
आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश
बैठक में जिलाधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि पॉलिथीन शीट, राहत सामग्री, नाव, मानव एवं पशु चिकित्सा दवा, चारा, NDRF और SDRF बलों की तैनाती की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित कर ली जाए। इसके अलावा बाढ़ राहत केंद्र, सामुदायिक रसोई और मेडिकल कैंप के संभावित स्थानों का पुनः भौतिक सत्यापन भी किया जाए।
जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (D.E.C.C.) को 24×7 सक्रिय रखते हुए आवश्यक मानव संसाधन की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रहे शामिल
इस समीक्षा बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव श्री नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री संदीप कुमार, श्री अविनाश कुमार, बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक श्री सी.एन. प्रभु, NDRF और SDRF के प्रतिनिधि तथा अन्य वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।