
पटना, 3 जुलाई 2025।आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने भागलपुर और मुंगेर प्रमंडल के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों एवं अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। यह बैठक मुख्य सचिवालय, पटना के सभागार में आयोजित की गई, जिसमें चुनाव से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में मतदान केंद्रों की भौतिक स्थिति, सुरक्षा प्रबंध, मतदाता सूची के अद्यतन कार्य, और आदर्श आचार संहिता के अनुपालन की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस बार विधानसभा चुनाव में “शून्य पोल बहिष्कार” का लक्ष्य रखा जाए। इसके लिए आवश्यक है कि प्रशासन पहले से बहिष्कार के संभावित कारणों की पहचान कर समाधान सुनिश्चित करे।
वाहन जांच और सीमा निगरानी होगी सख्त
मुख्य सचिव ने जिलों में वाहनों की चेकिंग अभियान अलग-अलग समयों पर शुरू करने का निर्देश दिया। सीमा चेक पोस्टों को पूरी तरह फंक्शनल करने पर भी जोर दिया गया। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों से कहा कि आर्म्स होल्डरों का भौतिक सत्यापन किया जाए और असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखी जाए।
प्रचार-प्रसार और मतदाता जागरूकता पर विशेष जोर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री विनोद सिंह गुंजियाल ने बीएलओ को निर्देशित किया कि वे घर-घर जाकर गणना प्रपत्र शीघ्र भरवाएं और समय पर जमा करवाएं। शहरी क्षेत्रों में कूड़ा गाड़ियों के माध्यम से जिंगल प्रचार जैसी नवीन पहलुओं पर भी जोर देने को कहा गया। उन्होंने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जन-जागरूकता अभियान हर स्तर पर चलाए जाएं।
कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण पर डीजीपी के निर्देश
डीजीपी विनय कुमार ने चुनाव से पहले हिस्ट्रीशीटर, कुख्यात अपराधियों और भगोड़े अपराधियों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही आर्म्स एक्ट से जुड़े मामलों को समयबद्ध तरीके से निपटाने और स्पीडी ट्रायल पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि चुनाव के दौरान थाने पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।