नई दिल्ली: देशभर में गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने इस साल सामान्य समय से आठ दिन पहले दस्तक दे दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार, 24 मई 2025 को आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि मॉनसून केरल पहुंच चुका है, जबकि आमतौर पर इसकी शुरुआत 1 जून को होती है।
IMD ने अपने बयान में कहा, “दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 24 मई 2025 को केरल में प्रवेश कर लिया है। यह सामान्य तिथि से आठ दिन पहले की शुरुआत है। वर्ष 2009 के बाद यह पहली बार है जब मॉनसून इतनी जल्दी आया है।”
2024 की तुलना में भी जल्दी आया मॉनसून
पिछले साल 2024 में मॉनसून ने 30 मई को केरल में दस्तक दी थी। इस बार IMD ने पहले ही संकेत दे दिया था कि मॉनसून तय समय से पहले आ सकता है। केरल और इसके आसपास के इलाकों में अगले सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में गिरावट और मौसम में ठंडक आने की उम्मीद है।
पूरा देश नहीं मान सकता अभी राहत की खबर
हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि केरल में मॉनसून का जल्दी पहुंचना इस बात की गारंटी नहीं है कि यह देश के बाकी हिस्सों में भी जल्दी पहुंचेगा। मॉनसून की प्रगति हर क्षेत्र में स्थानीय मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर करती है।
कैसे फैलता है भारत में मॉनसून?
भारत में मॉनसून आमतौर पर 1 जून को केरल से शुरू होकर धीरे-धीरे उत्तर और पूर्व की ओर फैलता है। 8 जुलाई तक यह पूरे देश में सक्रिय हो जाता है। इसके बाद मॉनसून की वापसी 17 सितंबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक समाप्त होती है।
लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत
मौसम विभाग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे बारिश की शुरुआत को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सावधानियां बरतें, खासकर यातायात, यात्रा और स्वास्थ्य से जुड़े मामलों में। छतरी, रेनकोट और जलभराव से बचने की तैयारी अब समय से पहले करनी होगी।