
सुल्तानगंज: इस बार श्रावणी मेला में उत्तरवाहिनी गंगा तट पर महाकुंभ जैसी भव्यता दिखाई देगी। कांवरियों की भारी भीड़ और देश-विदेश से उमड़ने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए मेला की ग्लोबल ब्रांडिंग की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। पहली बार महाकुंभ की तर्ज पर साधु-महंत सोमवारी को आम कांवरियों के साथ गंगा स्नान करेंगे। हालांकि, उनके लिए किसी प्रकार का विशेष तामझाम नहीं होगा।
कृष्णा बम की अनुपस्थिति, संतों के स्नान से रौनक
हर साल आकर्षण का केंद्र रहीं मुजफ्फरपुर की कृष्णा बम इस बार श्रावणी मेला में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने उम्र का हवाला देते हुए उज्जैन से ओंकारेश्वर यात्रा का विकल्प चुना है। इस कारण मेला में अजगैवीनाथ धाम के संतों को गंगा में स्नान कराने की योजना बनाई गई है ताकि मेला की रौनक बरकरार रह सके।
अजगैवीनाथ धाम का नया स्वरूप
मंदिर और घाटों की सजावट महाकुंभ की थीम पर की जा रही है। इसके तहत:
- भव्य तोरण द्वार
- स्ट्रीट पेंटिंग और ट्राई-कलर स्ट्रिप
- स्ट्रीट लाइट और फोकस लाइट कट-आउट्स
- नमामि गंगे घाट पर विशेष सजावट
इन सभी तत्वों से मेला क्षेत्र को दर्शनीय रूप दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्रियों को भेजा गया न्योता
11 जुलाई को मेला उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों सहित दर्जनों मंत्रियों को आमंत्रण भेजा गया है। फिलहाल केवल राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी की ओर से सहमति प्राप्त हुई है।
सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण पर फोकस
नप सभापति राजकुमार गुड्डू, थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार और पीएचईडी अधिकारियों ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर सुरक्षा बिंदुओं की समीक्षा की।
- जिक-जैक रेलिंग व्यवस्था
- पुराने लोहे की रेलिंग की जगह स्टील पाइप
- महिला-पुरुष के लिए अलग प्रवेश मार्ग
- मंदिर परिसर में नई बोरिंग की व्यवस्था
मंदिर के स्थानापति महंत प्रेमानंद गिरी ने बताया कि मंदिर प्रबंधन मेला पूर्व सभी आवश्यक कार्य पूरे कर लेगा।