
अयोध्या की तर्ज पर होगा समग्र विकास, 882 करोड़ की योजना को मिली मंजूरी
पटना, 04 जुलाई।श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या की तर्ज पर बिहार के सीतामढ़ी जिले स्थित पुनौराधाम में मां जानकी की जन्मस्थली का समग्र विकास अब एक कदम और आगे बढ़ गया है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के लिए निविदा दस्तावेज जारी कर दिए हैं। इस योजना का उद्देश्य पुनौराधाम को रामायण सर्किट के एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करना है।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को किया गया आमंत्रित
पर्यटन विकास निगम ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की निर्माण एजेंसियों को निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
- 11 जुलाई से निविदा आमंत्रण की तिथि निर्धारित की गई है।
- 24 जुलाई को प्री-बिड मीटिंग होगी।
- 7 अगस्त दोपहर 3 बजे तक ऑनलाइन निविदा अपलोड की जा सकेगी।
- 8 अगस्त को निविदा खोली जाएगी।
इसके बाद सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्माण एजेंसी का चयन किया जाएगा।
882.87 करोड़ की स्वीकृत योजना
राज्य मंत्रिपरिषद ने 1 जुलाई को इस परियोजना के लिए 882.87 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति दी है।
इसमें निम्नलिखित प्रमुख घटक शामिल हैं:
- मंदिर परिसर (परकोटा) की संरचना का उन्नयन
- नए भवनों का निर्माण
- तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं का विकास
- 10 वर्षों के लिए संचालन एवं प्रबंधन का दायित्व
42 माह में पूरे होंगे सभी कार्य
चयनित निर्माणकर्ता एजेंसी को 42 माह की अवधि में सभी कार्यों को पूरा करना होगा।
इस परियोजना का क्रियान्वयन ईपीसी (Engineering, Procurement, Construction) मॉडल पर किया जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया का संचालन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम, पटना द्वारा किया जाएगा।
रामायण सर्किट को मिलेगा नया आयाम
यह योजना आस्था, पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को एकसाथ जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे श्रद्धालुओं की सुविधा, स्थानीय रोजगार सृजन और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने की पूरी संभावना है।