
नई दिल्ली/चेन्नई, 22 जून:एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से जुड़ी दो घटनाएं रविवार को सामने आईं, जिसने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दिल्ली-हांगकांग फ्लाइट में दरवाजे से आईं ‘फुफकारने और गुर्राने’ जैसी आवाजें
एक जून को दिल्ली से हांगकांग जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब उड़ान भरने के लगभग एक घंटे बाद विमान के एक दरवाजे में हलचल और अजीबोगरीब आवाजें महसूस की गईं। यात्रियों के मुताबिक, दरवाजे से ‘फुफकारने’ और ‘गुर्राने’ जैसी आवाजें आने लगीं, जिससे वे भयभीत हो गए।
एक यात्री ने सोशल मीडिया पर फ्लाइट की एक तस्वीर साझा की और दावा किया कि केबिन क्रू ने दरवाजे की दरारों में नैपकिन ठूंस दिए, ताकि आवाज बंद हो सके। यात्री ने आशंका जताई कि संभवतः हवा के दबाव के कारण दरवाजे की सील ढीली हो गई थी। हालांकि, एयर इंडिया की ओर से इस पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
चेन्नई-लंदन फ्लाइट को उड़ान के तुरंत बाद लौटना पड़ा वापस
इधर, चेन्नई से लंदन जा रही एयर इंडिया की एक अन्य फ्लाइट को उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही परिचालन कारणों से वापस चेन्नई लौटना पड़ा। विमान में 209 यात्री सवार थे। अधिकारियों के अनुसार, विमान ने सुबह 7 बजे चेन्नई एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से कुछ ही देर बाद उसे वापस लाना पड़ा।
फ्लाइट को लगभग 4 घंटे की देरी के बाद दोबारा लंदन के लिए रवाना किया गया। हालांकि, एयरलाइन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि परिचालन कारणों में तकनीकी खराबी शामिल थी या नहीं।
इन दोनों घटनाओं ने एयर इंडिया की उड़ान सुरक्षा व्यवस्था और आपात प्रबंधन को लेकर यात्रियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। यात्रियों को लेकर कंपनी की प्रतिक्रिया और पारदर्शिता पर भी अब सवाल उठने लगे हैं।