
पटना: बिहार के लोगों को तपती गर्मी से जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 जून 2025 तक राज्य में प्रवेश कर सकता है। यह मानसून किशनगंज और पूर्णिया जैसे सीमांचल जिलों से बिहार में प्रवेश करेगा।
प्री-मॉनसून बारिश का असर जल्द
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 2–3 दिनों में प्री-मॉनसून बारिश की शुरुआत हो सकती है। खासकर राजधानी पटना में रविवार तक हल्की बारिश के आसार हैं। इससे लगातार झुलसा रही गर्मी से राहत मिल सकती है। हालांकि उमस और लू का प्रभाव अभी भी बना रहेगा।
मानसून की रफ्तार इस बार धीमी
हालांकि इस साल केरल में मानसून समय से 8 दिन पहले, यानी 23 मई को ही पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद यह पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 29 मई से रुका हुआ है। यही कारण है कि बिहार में मानसून का इंतजार थोड़ा लंबा हो गया है। अब मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि मानसून अपने सामान्य समय (13-15 जून) पर ही बिहार पहुंचेगा।
उत्तर और दक्षिण बिहार में अलग हालात
उत्तर बिहार के कुछ जिलों जैसे सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में बुधवार रात हुई तेज बारिश से लोगों को आंशिक राहत मिली है। लेकिन दक्षिण बिहार, खासकर पटना, गया, छपरा और बक्सर में अभी भी तापमान 40°C से ऊपर बना हुआ है।
- पटना: 40.7°C
- बक्सर: 42.8°C
कंकड़बाग और आस-पास के इलाकों में बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है।
13 जून को भी राहत नहीं
मौसम विभाग ने शुक्रवार, 13 जून को भी दक्षिण बिहार में भीषण गर्मी और उमस के बने रहने की चेतावनी जारी की है। प्री-मॉनसून बारिश भी मुख्य रूप से उत्तर बिहार तक ही सीमित रह सकती है।
मानसून से सामान्य वर्षा की उम्मीद
इस बार के मानसून से 1272.5 मिमी औसत वर्षा की उम्मीद की जा रही है, जो पिछले कुछ वर्षों में हुई बारिश की कमी को पूरा कर सकती है। किसानों और आम जनता के लिए यह मानसून बेहद अहम साबित हो सकता है।