पटना से पकड़े गए आरोपी, अब तक 55 बोरी चीनी बरामद, बाकी माल और साजिशकर्ता अभी फरार
बिहारशरीफ | क्राइम रिपोर्ट | 6 मई 2025
बिहार में अपराधियों की एक नई और चौंकाने वाली साजिश सामने आई है। इस बार निशाना बनी है आम चीनी की बोरी—सैकड़ों की संख्या में। ‘चीनी लूटकांड’ ने बिहारशरीफ के व्यवसायिक जगत को हिलाकर रख दिया है, जबकि पुलिस की सक्रियता की भी लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।
600 बोरी चीनी गायब, ट्रक लावारिस मिला, ड्राइवर भी नदारद
26 अप्रैल की रात बिहारशरीफ के दीपनगर थाना क्षेत्र स्थित मामू-भगीना मोड़ पर एक ट्रक संदिग्ध हालत में खड़ा मिला। जांच में पता चला कि ट्रक में लदी 600 बोरी चीनी, जिसकी कीमत लगभग 13 लाख रुपये थी, पूरी तरह गायब है और ड्राइवर का भी कुछ अता-पता नहीं।
इस मामले की शिकायत बिचली खंदक मोहल्ले के व्यवसायी सत्येंद्र कुमार ने दीपनगर थाना में दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि गोपालगंज से चीनी की खेप 24 अप्रैल को ट्रक नंबर BR 28P 9700 के जरिए भेजी गई थी। ड्राइवर ने 25 अप्रैल को फतुहा तक पहुंचने की जानकारी दी थी, लेकिन इसके बाद से उसका फोन बंद हो गया।
पुलिस ने 7 दिन में सुलझाई साजिश, 3 आरोपी गिरफ्तार
जांच में पुलिस को जल्द ही बड़ा सुराग मिला—यह लूट कोई आम वारदात नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें ट्रक ड्राइवर की भी मिलीभगत सामने आई।
3 मई को पटना से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया:
- सत्यप्रकाश राय (दुल्ली घाट, खाजेकला)
- प्रदीप कुमार (जल्ला रोड, आलमगंज)
- राकेश कुमार (चैलीटांड, गुलजारबाग)
राकेश पटना के गल्ला व्यवसायी गोलू कुमार का भाई है और इसी ने पूरी साजिश रची थी।
55 बोरी चीनी बरामद, बाकी की तलाश जारी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लूटी गई चीनी को फतुहा से विभिन्न ठिकानों पर भेजा गया। पुलिस ने अब तक 55 बोरी चीनी बरामद कर ली है।
सदर डीएसपी नुरुल हक ने बताया कि शेष माल और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
लोग पूछ रहे हैं: इतनी बड़ी लूट इतनी सफाई से कैसे हुई?
इस वारदात ने आम लोगों को चौंका दिया है कि एक आम सी दिखने वाली चीनी की खेप कैसे इतने पेशेवर तरीके से गायब कर दी गई। हालांकि पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने राहत भी दी है। एक हफ्ते के भीतर तीन आरोपियों की गिरफ्तारी और माल की आंशिक बरामदगी से उम्मीद बनी है कि इस केस का जल्द ही पूरा पर्दाफाश होगा।
अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि पुलिस बाकी की 545 बोरी चीनी और इस साजिश के मास्टरमाइंड को कब तक पकड़ पाती है।