रिजल्ट की मांग को लेकर पहुंचे थे सैकड़ों अभ्यर्थी, पुलिस ने खदेड़-खदेड़कर बरसाईं लाठियां, मचा अफरा-तफरी
पटना | एजुकेशन/प्रदर्शन रिपोर्ट | 6 मई 2025
राजधानी पटना में उस वक्त हंगामा मच गया जब TRE-3 के अभ्यर्थियों पर मुख्यमंत्री आवास के बाहर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति के तीसरे चरण के अभ्यर्थी सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की कोशिश, पुलिस ने बरसाईं लाठियां
मंगलवार सुबह से ही अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास के पास जुटने लगे थे। पुलिस ने पहले उन्हें प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन अभ्यर्थी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। जब हालात बेकाबू होने लगे, तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। महिला और पुरुष अभ्यर्थी दोनों ही इस लाठीचार्ज की चपेट में आए। मौके पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
चार महीने से धरना, अब लाठियां मिल रही हैं: अभ्यर्थी
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि वे पिछले चार महीनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार और बीपीएससी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब वे न्याय की उम्मीद में CM आवास पहुंचे, तो सरकार ने जवाब में लाठी दी।
शिक्षा मंत्री ने दिया था आश्वासन, फिर भी नहीं निकला हल
इससे पहले अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का भी घेराव किया था। मंत्री ने उस वक्त यह कहा था कि सरकार को सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अंतिम निर्णय BPSC को ही लेना है।
मगर इस आश्वासन के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो अभ्यर्थियों का धैर्य टूट गया और उन्होंने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर दिया।
क्या सरकार लाठी से दबाएगी आवाज़?
TRE-3 के अभ्यर्थी राज्य की शिक्षा व्यवस्था का भविष्य हैं। अगर उनकी मांग जायज है, तो सरकार को संवाद से समाधान निकालना चाहिए, ना कि लाठियों से दबाना।
प्रश्न यह है कि क्या लोकतंत्र में अपनी बात रखने की कोशिश करने वाले युवाओं पर लाठीचार्ज ही एकमात्र जवाब है?