WhatsApp
Home Local YouTube Instagram
Screenshot 20251103 170444 Chrome scaled

वैशाली में संयुक्त अभियान में दो गिरफ्तार, हथियारों के अंतर-जिला नेटवर्क का पर्दाफाश

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले वैशाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के सैफपुर गांव में संचालित एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह कार्रवाई केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) — जिसमें एसएसबी और बीएसएफ के जवान शामिल थे — के साथ मिलकर की गई।
चुनाव से ठीक तीन दिन पहले की गई इस कार्रवाई को राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

🔹 बरामदगी और गिरफ्तारियां

छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से दो युवकों को गिरफ्तार किया। फैक्ट्री से

  • तीन देसी कट्टे,
  • चार जिंदा कारतूस,
  • एक खोखा,
    के साथ-साथ बड़ी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए। इनमें ड्रिल मशीन, ग्राइंडर मशीन, ब्लेड, वेल्डिंग रॉड, छेनी और हथौड़ी शामिल हैं।

पुलिस का कहना है कि उपकरणों की मात्रा और व्यवस्था से यह स्पष्ट होता है कि यह फैक्ट्री बड़े पैमाने पर अवैध हथियार निर्माण में संलिप्त थी।

🔹 फैक्ट्री का संचालन और बिक्री नेटवर्क

सदर एसडीपीओ सुबोध कुमार ने बताया कि यह मिनी गन फैक्ट्री पिछले तीन से चार महीनों से गुप्त रूप से संचालित की जा रही थी। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है कि यहां तैयार किए गए हथियारों को मुख्य रूप से पटना जिले में बेचा जाता था।

इससे अवैध हथियारों के एक अंतर-जिला व्यापारिक नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और खरीदारों की पहचान करने में जुटी है।

🔹 आगे की जांच और चिन्हित अपराधी

जांच अधिकारियों के अनुसार, अब तक इस गिरोह ने 10 से अधिक अवैध हथियारों की बिक्री की है। पुलिस ने इन हथियारों को खरीदने वाले 10 संभावित खरीदारों को चिन्हित किया है।
इनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष छापेमारी दल गठित किए गए हैं, जो गिरोह की पूरी श्रृंखला को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

🔹 पुलिस की पहल और उद्देश्य

यह अभियान एसपी ललित मोहन शर्मा को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया। सूचना मिलते ही एक उच्च-स्तरीय विशेष टीम गठित की गई, जिसने CAPF के सहयोग से सटीक कार्रवाई कर फैक्ट्री को ध्वस्त किया।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य सिर्फ अवैध फैक्ट्री को बंद करना नहीं था, बल्कि चुनाव से पहले हथियारों के प्रवाह को रोकना और राज्य में शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित मतदान सुनिश्चित करना भी है।

फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है।

(वॉयस ऑफ बिहार किसी भी लिंक, वायरल दावे या बाहरी वेबसाइट की स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता है।)

WhatsApp Channel VOB का चैनल JOIN करें