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‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाया पाकिस्तान, LoC पर गोलीबारी में 10 भारतीय नागरिकों की मौत

ByLuv Kush

मई 7, 2025
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नई दिल्ली/जम्मू-कश्मीर। भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी है। इस कायराना हमले में जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और कुपवाड़ा सेक्टरों में 10 निर्दोष भारतीय नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 33 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है। भारत ने इस नापाक हरकत का कड़ा सैन्य जवाब दिया है और पाकिस्तान की कई अग्रिम चौकियों को तबाह कर दिया गया है।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सर्जिकल स्ट्राइक

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 बड़े आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया।

ध्वस्त किए गए प्रमुख आतंकी अड्डों में मुरीदके (लश्कर का गढ़), बहावलपुर (जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय), कोटली, गुलपुर, सवाई, बिलाल, बरनाला, सरजाल और महमूना कैंप शामिल हैं। ये सभी स्थान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के सक्रिय केंद्र थे।

पाकिस्तान की बौखलाहट: निर्दोषों पर हमला

ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में LoC पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। पुंछ, राजौरी और कुपवाड़ा सेक्टरों में हुए इस हमले में महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए हैं। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में कम से कम 6 पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त कर दिया। यह हमला ड्रोन और सैटेलाइट इंटेलिजेंस के जरिए निगरानी में किया गया और इसे सेना ने “नॉन-एस्केलेटरी डिफेंसिव स्ट्राइक” करार दिया है।

नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने LoC के पास बसे नागरिकों को बकर और अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं। वे लगातार बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के संपर्क में हैं। गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

भारत की स्पष्ट नीति: “नो टॉलरेंस”

भारत सरकार ने दोहराया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरी तरह वैध और लक्ष्य केंद्रित सैन्य कार्रवाई थी, जिसे आत्मरक्षा के तहत अंजाम दिया गया। सरकार ने कहा कि यह कोई उकसावे की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि आतंकवादी हमलों की योजना बना रहे ठिकानों को खत्म करने की सर्जिकल स्ट्राइक थी।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे “युद्ध की कार्रवाई” बताया है, जबकि पाकिस्तान का दावा है कि भारत ने केवल 6 ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी की करीबी निगरानी

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वे लगातार तीनों सेनाओं के प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से संपर्क में हैं। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ अब ‘नो टॉलरेंस पॉलिसी’ लागू की जा चुकी है।

हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच इस समय तनाव अपने चरम पर है, लेकिन भारत ने दिखा दिया है कि वह केवल शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने को तैयार है।

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