
भागलपुर। मतदाता सूची अद्यतन और सत्यापन कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में जिले के तीन शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जबकि एक शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। इस संबंध में डीपीओ स्थापना द्वारा पत्र जारी किया गया है।
सत्यापन कार्य शुरू नहीं करने पर कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, नवगछिया की अनुशंसा पर उर्दू प्राथमिक विद्यालय उजानी के बीएलओ गौरव यदुवंशी और मध्य विद्यालय बोड़वा के बीएलओ खगेंद्र कुमार, जबकि वीरपुर बीडीओ की अनुशंसा पर मध्य विद्यालय गौरीपुर के बीएलओ रामवृक्ष राय को निर्वाचन कार्य में घोर लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
बताया गया कि इन शिक्षकों को मतदाताओं के सत्यापन का कार्य सौंपा गया था, लेकिन समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि इन्होंने अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया था। इसी आधार पर उनके विरुद्ध अनुशंसा करते हुए निलंबन का निर्णय लिया गया।
निलंबन अवधि में मुख्यालय में देंगे उपस्थिति
इन सभी निलंबित शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे निलंबन अवधि के दौरान संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के मुख्यालय में उपस्थिति दर्ज कराएं और सभी आदेशों का अनुपालन करें।
एक अन्य शिक्षक पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी
वहीं, प्राथमिक विद्यालय बिंद टोला, नवगछिया के पंचायत शिक्षक अखिलेश भारती को भी बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन उनके द्वारा भी निर्वाचन कार्य में लापरवाही पाई गई। इसलिए नियोजन इकाई (ग्राम पंचायत नगरह के सचिव) को उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने हेतु पत्र लिखा गया है। साथ ही, कार्रवाई की जानकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अविलंब भेजने का निर्देश भी दिया गया है।
बिहार में चुनाव आयोग मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए वार्षिक कार्यक्रम चला रहा है। इसके अंतर्गत मतदाताओं के नाम, पते, पहचान आदि का सत्यापन किया जा रहा है। इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति बीएलओ (Booth Level Officer) के रूप में की जाती है।