पटना, 23 मई 2025 – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप जलाकर ‘मशाल’ प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए राज्य के खेल इतिहास में एक नई शुरुआत की। ‘मशाल’ को विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के रूप में देखा जा रहा है, जिसका आयोजन बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, खेल विभाग, शिक्षा विभाग, SCERT और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है।
इस प्रतियोगिता में 38,228 सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता को पांच स्तरों—विद्यालय, संकुल, प्रखंड, जिला और राज्य—में आयोजित किया जा रहा है। वर्तमान में 5900 संकुल स्तर के विद्यालयों में प्रतियोगिता का आयोजन 22 से 24 मई तक किया जा रहा है।
प्रतियोगिता की प्रमुख विशेषताएं:
- आयु वर्ग: 14 वर्ष से कम और 16 वर्ष से कम बालक व बालिका।
- खेल विधाएं: एथलेटिक्स (दौड़, लंबी कूद, क्रिकेट बॉल थ्रो), कबड्डी, फुटबॉल, वॉलीबॉल।
- पुरस्कार: ई-सर्टिफिकेट, मेडल्स, और कुल 10 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार।
- चयन प्रक्रिया: प्रत्येक संकुल से 77 प्रतिभागियों का चयन, जो प्रखंड स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। कुल 533 प्रखंडों में प्रतियोगिता आयोजित होगी।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि अब तक करीब 16 लाख विद्यार्थियों का नामांकन हो चुका है, जिनमें से 12 लाख से अधिक का बैटरी टेस्ट भी कराया जा चुका है।
‘मशाल’ का उद्देश्य न केवल राज्य में खेल संस्कृति का विकास करना है, बल्कि ग्रामीण और दूर-दराज़ क्षेत्रों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए प्रशिक्षित करना भी है।
यह पहल बिहार को खेलों के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो सकती है।