पटना, 23 मई 2025 – शुक्रवार का दिन धर्म, आस्था और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार, आज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति आज कई शुभ योगों का निर्माण कर रही है, जिससे विवाह, वाहन खरीद, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए यह दिन उपयुक्त है।
पंचांग विवरण (23 मई 2025, शुक्रवार):
- तिथि: दशमी (शुक्ल पक्ष)
- मास: वैशाख
- विक्रम संवत: 2082
- वार: शुक्रवार
- नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी (दोपहर तक), तत्पश्चात हस्त
- योग: धृति
- करण: गरज
- चंद्रमा की स्थिति: सिंह राशि
- सूर्योदय: प्रातः 05:12 बजे
- सूर्यास्त: सायं 06:43 बजे
- चंद्रोदय: अपराह्न 01:10 बजे
- चंद्रास्त: रात्रि 01:32 बजे (अगले दिन)
आज के शुभ मुहूर्त:
- लाभ काल: 06:00 से 07:30 बजे तक
- अमृत काल: 07:30 से 09:00 बजे तक
- शुभ काल: 12:00 से 01:30 बजे तक
- विवाह / गृह प्रवेश / वाहन खरीद के लिए उत्तम समय: दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
राहुकाल (अशुभ काल):
- दोपहर 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
(इस समय नया कार्य आरंभ करना वर्जित माना गया है)
आज का पर्व / व्रत:
- आज कोई मुख्य पर्व नहीं है, परंतु शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की आराधना के लिए उत्तम माना जाता है।
- भक्तजन व्रत रखकर लक्ष्मी स्तोत्र व सहस्त्रनाम का पाठ कर सकते हैं।
क्या करें – क्या न करें:
- करें: व्यापारिक सौदे, शुभ कार्य की शुरुआत, सोने-चांदी की खरीदारी, माता लक्ष्मी की उपासना।
- न करें: राहुकाल के दौरान कोई नया काम, यात्रा की शुरुआत या निवेश।
नोट: यह पंचांग सामान्य भारतीय मानक समय (IST) और उत्तरी भारत के अनुसार तैयार किया गया है। स्थानीय सूर्योदय-सूर्यास्त समय और स्थान विशेष के अनुसार अंतर संभव है।