भागलपुर | 8 मई 2025:14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान रतन कुमार ठाकुर के परिवार का घाव आज भी ताजा है। लेकिन मंगलवार रात हुए पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई की खबर ने शहीद के पिता राम निरंजन ठाकुर के दिल को सुकून दिया है।
उन्होंने कहा, “सरकार ने हमारे आंसू पोछ दिए हैं। यह कार्रवाई हर शहीद के परिवार के लिए सबसे बड़ा सम्मान है। हम अपने बेटे को तो नहीं पा सकते, लेकिन देश की ओर से मिला यह जवाब हमारी पीड़ा को कुछ हद तक कम करता है।”
भागलपुर जिले के लालूचक गांव निवासी रतन कुमार ठाकुर के शहीद होने के बाद से परिवार अब भी उनकी यादों में जी रहा है। रतन की पत्नी राजनंदनी आज भी उनकी तस्वीर देखकर भावुक हो जाती हैं, लेकिन उनके बलिदान पर उन्हें गर्व है।
शहीद रतन के बेटे कृष्णा कुमार ठाकुर और राम रचित ठाकुर भी अपने पिता की वीरता से प्रेरित हैं। कृष्णा ने कहा, “मैं भी पापा की तरह देश की सेवा करना चाहता हूं। मैं फौज में जाकर देश के लिए कुछ करना चाहता हूं।”