
राजगीर, 12 मई 2025 | “खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025” ने राजगीर को खेल मानचित्र पर नई पहचान दिलाई है। जहां कभी सिर्फ ऐतिहासिक विरासत की चर्चा होती थी, आज वहीं विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर, लाखों दर्शकों की तालियों और खिलाड़ियों के उत्साह से पूरा राजगीर गूंज रहा है।
बिहार में पहली बार हो रहा इतना बड़ा स्पोर्ट्स इवेंट
राज्य के पाँच प्रमुख शहर — पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय — इन दिनों देशभर से आए हजारों युवा खिलाड़ियों के जोश और जज्बे का गवाह बन रहे हैं। खास बात यह है कि इस आयोजन ने बिहार की छवि को बदलने में अहम भूमिका निभाई है।
राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बना देश का नया स्पोर्ट्स हब
90 एकड़ में फैला राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स अब देश के बेहतरीन खेल परिसरों में शामिल हो गया है। यहां ओलंपिक स्तर के ट्रैक, स्वीमिंग पूल, शूटिंग रेंज, एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड, और इंडोर कोर्ट्स जैसी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी जल्द ही खिलाड़ियों को नया मंच देगा।
“बिहार में इतने बेहतरीन इंतज़ाम देखकर हैरान हूं,”
— मणिपुर के हॉकी खिलाड़ी प्रीतम लैसराम
खिलाड़ियों ने की व्यवस्था की दिल खोलकर तारीफ
कर्नाटक की टीम की फिजियो राम्या हों या महाराष्ट्र के खिलाड़ी कुशल चोपड़ा, हर किसी ने राजगीर में मिल रही सुविधाओं को “टॉप क्लास” बताया। यहां ठहरने से लेकर डायट, ट्रांसपोर्ट, मेडिकल और सुरक्षा तक की व्यवस्थाएं खिलाड़ियों को किसी अंतरराष्ट्रीय आयोजन का अनुभव दे रही हैं।
महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को मिली प्राथमिकता
महिला खिलाड़ियों के लिए विशेष हेल्प डेस्क, 24×7 मेडिकल सुविधा, और हर स्थान पर CCTV व मेटल डिटेक्टर जैसी सुरक्षा व्यवस्था से हर प्रतिभागी खुद को सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर रहा है।
नाडा की निगरानी और निष्पक्ष खेलों की गारंटी
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) की टीम पूरे आयोजन के दौरान सक्रिय है, ताकि हर खिलाड़ी को समान अवसर और खेल की पवित्रता सुनिश्चित की जा सके।
पर्यटन और अर्थव्यवस्था को भी मिला बढ़ावा
इस आयोजन से न केवल खेलों को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि स्थानीय पर्यटन, होटल व्यवसाय और परिवहन सेवाएं भी फल-फूल रही हैं। राजगीर की सड़कों पर देश के कोने-कोने से आए युवाओं का उत्साह नया उत्सव रच रहा है।
“अब बिहार भी बोल रहा है — हम भी किसी से कम नहीं!”
“खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025” के ज़रिए बिहार ने न केवल खेल के क्षेत्र में बल्कि अपने सांस्कृतिक और प्रशासनिक कौशल का भी प्रदर्शन किया है। यह आयोजन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस विज़न का हिस्सा है, जिसमें बिहार को भविष्य की दिशा में अग्रसर करना प्रमुख उद्देश्य है।