
पीड़िता की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का आरोप, कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग
पटना | 4 जून 2025:
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक 9 साल की दलित बच्ची के साथ बलात्कार और फिर इलाज में लापरवाही के चलते हुई मौत से प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है। घटना से आहत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता असित नाथ तिवारी ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
घटना का पूरा मामला
26 मई को मुजफ्फरपुर में एक 9 साल की दलित बच्ची के साथ दरिंदगी हुई। बलात्कारी ने बच्ची के गर्दन और पेट पर चाकू से कई बार वार किया। गंभीर हालत में उसे पहले एमकेएमसीएच ले जाया गया, फिर वहां से पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) रेफर किया गया।
पीड़िता की मां का आरोप है कि पीएमसीएच पहुंचने पर 3-4 घंटे तक बेड नहीं मिला, जिससे बच्ची की हालत और बिगड़ गई। एंबुलेंस में ही उसने दम तोड़ दिया।
BJP नेता असित नाथ तिवारी ने दिया इस्तीफा
घटना के बाद भाजपा नेता असित नाथ तिवारी ने सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर किया और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय जायसवाल की पोस्ट को भी साझा किया। हालांकि, पार्टी के दबाव में संजय जायसवाल ने कुछ ही देर में अपनी पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन असित नाथ तिवारी अपने स्टैंड पर डटे रहे।
“पार्टी ने मुझ पर पोस्ट डिलीट करने का दबाव बनाया, लेकिन मैं पीछे नहीं हटा। जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो मुझे भाजपा से इस्तीफा देना पड़ा,” – असित नाथ तिवारी, अब कांग्रेस नेता
उन्होंने कहा कि यदि पार्टी का कोई भी नेता पीएमसीएच में फोन कर देता तो शायद बच्ची की जान बच सकती थी।
कांग्रेस की न्यायिक जांच की मांग
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सिर्फ घोषणाओं का खेल है। उन्होंने मांग की कि इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। यदि ऐसा संभव न हो तो विधानसभा की सर्वदलीय समिति गठित कर निष्पक्ष जांच की जाए।
जनता में आक्रोश, सरकार पर सवाल
इस दर्दनाक घटना और फिर अस्पताल में लापरवाही के आरोपों से जनता में गहरा आक्रोश है। सरकार और स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर कब तक मासूमों की जान यूं ही जाती रहेगी।