
पटना, 4 जून।मुजफ्फरपुर के जगन्नाथपुर गांव में दलित नाबालिग लड़की के साथ हुई अमानवीय घटना और इलाज में लापरवाही के कारण हुई उसकी मौत को लेकर जन सुराज पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्यपाल से मिला। प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए चार महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा कि,
“इस अमानवीय कांड ने मानवता को शर्मसार किया है। हम चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इसकी पूरी नैतिक जिम्मेदारी ले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।”
जन सुराज पार्टी की चार प्रमुख मांगे :
- स्वास्थ्य मंत्री तत्काल इस्तीफा दें।
इस पूरे मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री को पद छोड़ना चाहिए। - एसकेएमसीएच और पीएमसीएच में हुई लापरवाही की न्यायिक जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो।
दोनों अस्पतालों में प्रशासनिक और चिकित्सकीय स्तर पर जो भी लापरवाही हुई, उसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो और दोषी कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक व आपराधिक कार्रवाई की जाए। - पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी।
मृतक बच्ची के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। - दोषियों को त्वरित न्याय के तहत सख्त सजा।
दुष्कर्म के दोषियों को फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से त्वरित और कठोर सजा दी जाए, ताकि समाज में कानून और न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास बना रहे।
प्रतिनिधिमंडल में ये लोग रहे शामिल:
मनोज भारती के नेतृत्व में जितेन्द्र मिश्रा, ओबेदुर रहमान, एन.पी. मंडल और इंदु सिन्हा इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर जल्द ही सरकार इन मांगों पर कार्रवाई नहीं करती है तो जन सुराज पार्टी प्रदेशभर में आंदोलन करेगी।