नई दिल्ली/पटना: बिहार कैडर के पांच आईपीएस अधिकारियों को केंद्र सरकार की नियुक्ति समिति (ACC) ने आईजी (IG) रैंक में इंपैनल कर दिया है। ये सभी अधिकारी 2004 से 2007 बैच के हैं। इंपैनल किए गए अधिकारियों में चार पहले से ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं, जबकि एक – विनय कुमार, इस समय बिहार पुलिस मुख्यालय में आईजी हेडक्वार्टर के पद पर कार्यरत हैं।
ये हैं इंपैनल किए गए 5 अफसर:
- विनय कुमार – 2004 बैच, वर्तमान में आईजी हेडक्वार्टर, बिहार पुलिस मुख्यालय
- जितेन्द्र राणा – 2005 बैच, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
- मनु महाराज – 2005 बैच, पूर्व एसएसपी पटना, वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
- सिद्धार्थ मोहन जैन – 2006 बैच, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
- दलजीत सिंह – 2007 बैच, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
विनय कुमार को मिल सकती है केंद्रीय प्रतिनियुक्ति
2004 बैच के अधिकारी विनय कुमार का नाम भी इस सूची में शामिल है, जो फिलहाल बिहार पुलिस मुख्यालय में आईजी हेडक्वार्टर के तौर पर कार्यरत हैं। सूत्रों के मुताबिक, उनके अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की संभावना बन रही है।
क्यों है यह इंपैनलमेंट अहम?
आईजी रैंक में इंपैनलमेंट का मतलब है कि ये अधिकारी अब केंद्र सरकार के अधीन आने वाले संगठनों और एजेंसियों में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात हो सकते हैं। यह उनकी प्रशासनिक क्षमताओं और सेवाकाल के आधार पर एक बड़ी मान्यता मानी जाती है।
तेजतर्रार अफसरों की सूची
इन सभी अधिकारियों की पहचान प्रशासनिक दक्षता, तेज़ फैसलों और ईमानदार छवि के लिए होती रही है। खासकर मनु महाराज और जितेन्द्र राणा जैसे अधिकारी अपने सख्त कार्यशैली और कानून व्यवस्था सुधार के लिए जनता के बीच चर्चित रहे हैं।
इस इंपैनलमेंट के साथ बिहार कैडर के इन वरिष्ठ अफसरों के लिए केंद्र में बड़ी जिम्मेदारियों का रास्ता खुल गया है।