
पटना/नालंदा, 24 जून — बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के तहत एक बड़ी गिरफ्तारी हुई है। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने सोमवार को नालंदा जिला शिक्षा कार्यालय में तैनात जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) अनिल कुमार को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ अस्थावां प्रखंड के तरवन्नी प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक संजय कुमार को भी हिरासत में लिया गया है।
प्रबंध समिति गठन के बदले मांगी थी रिश्वत
एसवीयू को यह कार्रवाई हिलसा (नालंदा) स्थित महंथ विद्यानंद कॉलेज में प्रबंध समिति के गठन के एवज में घूस मांगने की शिकायत पर करनी पड़ी। कॉलेज के रोकड़पाल और प्रबंध समिति सदस्य नरेंद्र कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि डीपीओ अनिल कुमार पुराने सदस्यों को नई समिति में शामिल करने के लिए 20 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं।
शिकायत हुई सही साबित, मौके पर पकड़े गए
एसवीयू की जांच में यह आरोप सत्य पाया गया। सत्यापन के दौरान डीपीओ अनिल कुमार ने स्पष्ट कहा कि “जब तक 20 हजार नहीं दीजिएगा, तब तक कमेटी नहीं बनेगा।” इस पुष्टि के बाद एसवीयू की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और हिलसा बाजार में रिश्वत लेते समय दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के समय डीपीओ ने की मिन्नतें
विजिलेंस की टीम जैसे ही रंगे हाथ अनिल कुमार को पकड़ी, वे मौके पर गिड़गिड़ाते और माफ़ी मांगते नजर आए। फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पटना लाया गया है जहां आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार
राज्य सरकार की विशेष निगरानी इकाई की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, इस घटना से सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ा संदेश गया है कि रिश्वतखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।