
बोधगया/पटना, 12 मई 2025:बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बोधगया मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद कहा कि भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि बिहार में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बौद्ध सर्किट का व्यापक विकास किया गया है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बुद्ध के शांति, समता और करुणा के मार्ग पर चलते हुए समावेशी विकास और सामाजिक समरसता के लिए लगातार कार्य कर रही है।
बौद्ध सर्किट में तेजी से हो रहा अधोसंरचना विकास
सम्राट चौधरी ने बताया कि अरबों रुपये की लागत से बौद्ध सर्किट की फोरलेन सड़कों का निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है। कई सड़कों पर वर्ष के अंत तक यातायात शुरू हो जाएगा। इस सर्किट में शामिल मुख्य सड़कें निम्नलिखित हैं:
- पटना-गया-डोभी रोड
- आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे
- पटना रिंग रोड (रामनगर से कच्ची दरगाह)
- दरियापुर-मनिकपुर-साहेबगंज-अरेराज-बेतिया सड़क
- गया-हिसुआ-राजगीर-नालंदा-बिहारशरीफ सड़क
पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
उन्होंने कहा कि इन सड़कों के पूरा होते ही भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों तक देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की पहुंच सरल हो जाएगी, जिससे बिहार में पर्यटन उद्योग को नई गति मिलेगी।
“बौद्ध सर्किट के माध्यम से बिहार को वैश्विक धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर प्रमुख स्थान मिलेगा और स्थानीय युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त होने का अवसर मिलेगा।”
– सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री