
पटना, 12 मई:खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के नौवें दिन बिहार की धरती ने खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन देखा। जहां एक ओर मेज़बान राज्य की अल्का सिंह ने अंडर-18 शॉटपुट में स्वर्ण जीतकर बिहार को गौरवान्वित किया, वहीं महाराष्ट्र के सैराज पर्देशी ने वेटलिफ्टिंग में तीन राष्ट्रीय युवा रिकॉर्ड तोड़कर दिन की सुर्खियां बटोरीं।
अल्का की थ्रो ने बिहार को दिलाया गौरव
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए एथलेटिक्स मुकाबलों के पहले दिन अल्का सिंह ने 14.73 मीटर की थ्रो के साथ अंडर-18 बालिका शॉटपुट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। यह बिहार का इस संस्करण में चौथा स्वर्ण रहा और इस उपलब्धि के साथ राज्य ने पदक तालिका में 13वां स्थान हासिल किया।
सैराज पर्देशी का दमदार प्रदर्शन
राजगीर में हुए वेटलिफ्टिंग मुकाबलों में महाराष्ट्र के सैराज पर्देशी ने 81 किलोग्राम वर्ग में स्नैच (140 किग्रा), क्लीन एंड जर्क (172 किग्रा) और कुल वजन (312 किग्रा) के तीनों श्रेणियों में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण अपने नाम किया। आंध्र प्रदेश के एम. तरुण और उत्तर प्रदेश के आयुष राणा क्रमशः रजत और कांस्य पर संतोष करना पड़ा।
एथलेटिक्स में गूंजे रिकॉर्ड्स
एथलेटिक्स में चार नए मीट रिकॉर्ड बने, सभी बालकों की स्पर्धाओं में। तमिलनाडु के जितिन अर्जुनन ने लंबी कूद में 7.65 मीटर छलांग लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया। उत्तर प्रदेश के कादिर खान ने 400 मीटर दौड़ में 47.67 सेकंड का समय निकालते हुए पुराने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। राजस्थान के हंसराज धायल ने डिस्कस थ्रो में 63.18 मीटर की दूरी तय की, वहीं महाराष्ट्र के सैफ फारूक चाफेई ने 110 मीटर बाधा दौड़ में 13.48 सेकंड का नया मीट रिकॉर्ड बनाया।
केरल की कलरिपयट्टू में छलांग, जम्मू-कश्मीर की वापसी
केरल ने पारंपरिक मार्शल आर्ट कलरिपयट्टू में तीन स्वर्ण जीतकर कुल आठ स्वर्ण के साथ पदक तालिका में छठा स्थान हासिल किया। वहीं जम्मू-कश्मीर के नितिन कुमार ने चुवाडुकल व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य जीतकर 2021 के बाद कलरिपयट्टू में राज्य के लिए पहला पदक हासिल किया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर को वॉलीबॉल में स्वर्ण पदक मिला था।
पदक तालिका में महाराष्ट्र शीर्ष पर कायम
महाराष्ट्र 35 स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है, जिसमें वेटलिफ्टिंग (5), तैराकी (7) और तीरंदाजी (6) का प्रमुख योगदान है। कर्नाटक और राजस्थान क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं, जबकि हरियाणा चौथे स्थान पर है।
नितिन कुमार की प्रतिक्रिया:
“मैं बहुत खुश हूँ। मैंने इसके लिए रोज़ चार-पाँच घंटे कड़ी मेहनत की। कोच दानिश ने भी मेरे साथ बहुत मेहनत की। मुझे खुशी है कि इसका फल मिला,” – नितिन कुमार, कांस्य पदक विजेता
खेलों का उत्साह चरम पर
जैसे-जैसे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 अपने समापन की ओर बढ़ रहा है, नई प्रतिभाएं, रिकॉर्ड्स और राज्यों की प्रतिस्पर्धा भारतीय खेल भविष्य के उज्ज्वल संकेत दे रही हैं।