पटना, बिहार।
बिहार की राजनीति में बड़ा मोड़ आ सकता है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। यह निर्णय रविवार को हुई पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। यह पहली बार होगा जब चिराग विधानसभा चुनावी मैदान में उतरेंगे।
‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का संकल्प लेकर चुनावी मैदान में चिराग
पार्टी नेताओं का कहना है कि चिराग पासवान लंबे समय से ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के विजन को लेकर काम कर रहे हैं और अब समय आ गया है कि वे खुद मैदान में उतरकर नेतृत्व करें। चिराग पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बिहार उनकी प्राथमिकता है और वे बिहार को विकसित और आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं।
अरुण भारती बोले — अब वक्त है नेतृत्व करने का
पार्टी के सांसद एवं संसदीय दल के नेता अरुण भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि,
“चिराग पासवान बिहार के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं। उनका विजन स्पष्ट है — एक मजबूत, विकसित और आत्मनिर्भर बिहार। कार्यकर्ताओं और जनता की मांग है कि वे अब बिहार में बड़ी भूमिका निभाएं।”
आरक्षित नहीं, सामान्य सीट से लड़ें चुनाव – पार्टी की मांग
अरुण भारती ने आगे कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की यह भावना प्रबल है कि चिराग पासवान इस बार किसी आरक्षित सीट से नहीं, बल्कि सामान्य सीट से चुनाव लड़ें। इससे यह संदेश जाएगा कि चिराग पासवान सिर्फ एक वर्ग नहीं, बल्कि पूरे बिहार का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।
“जब नेता पूरे बिहार का है, तो सीट का दायरा सीमित क्यों हो? अब चिराग सिर्फ प्रतिनिधि नहीं, पूरे बिहार की उम्मीद हैं।”
राजनीति में नया संकेत — सामाजिक न्याय से सर्वमान्यता की ओर
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय राजनीति में नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। यह न सिर्फ सामाजिक न्याय की बात करता है, बल्कि समावेशी नेतृत्व और सर्वमान्यता की राजनीति को भी बढ़ावा देगा।
क्या तय होगा निर्वाचन क्षेत्र?
अब सबकी नजर इस पर है कि चिराग पासवान किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन यह लगभग तय है कि वे सामान्य सीट से उतरेंगे।