बेतिया, बिहार।
बेतिया नगर निगम बोर्ड की सामान्य बैठक शनिवार को नगर निगम मुख्यालय में महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को ऐतिहासिक बताते हुए महापौर ने कहा कि पहली बार आईएएस नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी की मौजूदगी में यह बैठक उत्साह और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। इस बैठक में बेतिया शहर को पर्यटन के मानचित्र पर प्रमुखता से लाने के लिए कई बड़े प्रस्ताव पारित किए गए।
‘मां काली धाम कॉरिडोर’ के विकास का संकल्प
महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के आध्यात्मिक और पर्यटनिक महत्व को ध्यान में रखते हुए ‘मां काली धाम कॉरिडोर’ के निर्माण की योजना बनाई गई है, जिसे 6 चरणों में पूरा किया जाएगा। इस योजना के लिए नगर निगम बोर्ड ने इस्कॉन इंजीनियर्स नामक एजेंसी को डीपीआर तैयार करने का दायित्व सौंपा है।
बैठक में प्रथम दो चरणों की योजनाओं को पारित कर दिया गया, जिनके तहत मंदिर परिसर का समग्र जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इन कार्यों की अनुमानित लागत लगभग 3.25 करोड़ रुपये प्रति चरण है, जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी दे दी गई है।
बचे हुए चार चरणों को मिलेंगी क्रमवार स्वीकृतियाँ
महापौर ने बताया कि प्रथम दो चरणों का कार्य पूरा हो जाने के बाद शेष चार चरणों की योजनाओं को क्रमवार तरीके से स्वीकृति प्रदान की जाएगी, ताकि कार्य की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता बनी रहे।
अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को भी मिली मंजूरी
बैठक में अन्य प्रमुख विकास योजनाओं को भी हरी झंडी दी गई, जिनमें शामिल हैं:
- नई अंतरराज्यीय बस स्टैंड के निर्माण को लगभग 14 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई। यह बस स्टैंड एक मॉडर्न लुक में विकसित किया जाएगा।
- नगर निगम के नवअधिग्रहित क्षेत्र वार्ड संख्या 43, रानीपकड़ी के समीप स्थित सोनारपट्टी पुल के नवनिर्माण के लिए करीब 2 करोड़ रुपये की लागत से तैयार डीपीआर को भी मंजूरी मिली है।
नगर आयुक्त ने मांगा सभी का सहयोग
बैठक के दौरान नवागत नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी ने सभी नगर पार्षदों एवं सदस्यों से अपील की कि सभी विकास योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध ढंग से पूरा करने में वे सक्रिय सहयोग करें।