
मुंगेर/जहानाबाद | भोलेनाथ की भक्ति की कोई सीमा नहीं होती, और इसका उदाहरण बने हैं जहानाबाद के रहने वाले शंभू कुमार, जो इस बार पूरे शरीर में जंजीरें डालकर बाबा धाम देवघर की ओर निकले हैं।
शंभू ने बताया कि वो पिछले 20 वर्षों से बाबाधाम जा रहे हैं, लेकिन इस बार बाबा भोलेनाथ ने सपने में आकर उनसे कहा –
“तुमने गुनाह किया है, प्रायश्चित करने के लिए कैदी बनकर आओ।”
इसी के बाद उन्होंने अपने हाथ, पैर, कमर और गर्दन तक को लोहे की जंजीरों से बांध लिया और कांवड़ यात्रा शुरू की।
सोमवार को मुंगेर के कच्ची करवरिया पथ पर लोगों ने जब उन्हें देखा तो हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। कई लोग उनकी आस्था को देखकर भावुक हो उठे। कोई उनके साथ तस्वीरें ले रहा था, कोई उनके पैरों को छू रहा था।
हर तरफ बस एक ही नारा गूंज रहा था –
“हर हर महादेव!”
शंभू जैसे भक्त यह दिखा रहे हैं कि कांवड़ यात्रा सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि भक्ति, भावना और समर्पण की मिसाल है।