26 सितंबर को गया आएंगे बाबा बागेश्वर, करेंगे पिंडदान.. ऑनलाइन भागवत कथा का लाभ ले सकेंगे भक्त
बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 26 सितंबर को गया आएंगे. वह अपने 200 अनुयायियों के साथ पिंडदान के कर्मकांड को पूरा करेंगे. विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले में गयाजी धाम में पिंडदानियों की भीड़ को देखते हुए अपने वीडियो संदेश में बाबा बागेश्वर ने खुद इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि वह दो या तीन दिनों के लिए बिहार के गयाजी आएंगे. पहले उनका कार्यक्रम 26 सितंबर को आगमन और 2 अक्टूबर के बाद प्रस्थान का था लेकिन पितृपक्ष मेले में भीड़ के मद्देनजर प्रशासनिक अनुमति नहीं मिलने से अब वह सिर्फ तीन दिनों के लिए गया में प्रवास करेंगे।
तीन दिनों के लिए गया जी आएंगे बाबा बागेश्वर: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा 26 सितंबर को गया जी आएंगे. उनके साथ 200 शिष्यों की मंडली होगी. गया में वे 200 अनुयायियों के साथ पिंडदान का कर्मकांड करेंगे. 26, 27 और 28 सितंबर को ही वे गया में रहेंगे. इस बीच भक्तों को बाबा बागेश्वर के द्वारा कही जाने वाली भागवत कथा का ऑनलाइन ही लाभ मिल सकेगा।
बाबा ने जारी किया वीडियो: बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने वीडियो संदेश के माध्यम से बताया है कि बिहार के गया के लिए कार्यक्रम के बारे में बताने में उन्हें प्रसन्नता है. वह गया जी को प्रणाम करने आ रहे हैं. प्रशासनिक व्यवस्था के कारण सार्वजनिक रूप से कथा करने की अनुमति नहीं प्राप्त हो रही है, क्योंकि अत्यधिक भीड़ है और श्राद्ध पक्ष का मेला गया जी में लगा हुआ है. इसके कारण प्रशासन को भी दिक्कत न हो, इसलिए वे मात्र 200 अनुयायियों के साथ पिंडदान के कर्मकांड की पद्धति को पूर्ण करने के लिए आएंगे. पिंडदान के कर्मकांड को एकांतिक रूप में पूर्ण करेंगे।
“बिहार और आसपास के जितने भी लोग हैं, उनको कथा का लाभ ऑनलाइन ही हो पाएगा. वहां की व्यवस्था के कारण यह प्लान है. भविष्य में आगामी समय में बिना पितृपक्ष के हम गया जी में कथा सुनाएंगे. इसलिए बिहार खासकर गया में जितने भी श्रद्धालु हैं, हम मात्र दो या तीन दिन के लिए जाएंगे, उन्हें यह बता देना चाहते हैं.”- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, आचार्य, बागेश्वर धाम
नवरात्रि में मौन साधना के लिए तुरंत लौटेंगे वापस: बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि उन्हें नवरात्रि की साधना के लिए वापस आना है. यहां मौन साधना में उन्हें बैठना है. इसलिए केवल दो या तीन दिन गया जी में जाएंगे और जो कर्मकांड की पद्धति है, उसे पूर्ण करके वापस आएंगे. बाबा बागेश्वर ने कहा कि बालाजी-विष्णुपद भगवान की कृपा-दया हुई तो गया में बिना पितृपक्ष के आएंगे और बिना पितृपक्ष के कथा सुनाने जरूर आएंगे।
बोधगया में प्रवास करेंगे बाबा बागेश्वर: वहीं, जानकारी के अनुसार बाबा बागेश्वर 26 सितंबर को गया जी पहुंचेंगे. बोधगया के एक होटल में बाबा बागेश्वर प्रवास करेंगे और अपने 200 अनुुयायियों के साथ पिंडदान का कर्मकांड पूरा करेंगे. वहीं, होटल से ही भागवत कथा करेंगे. बाबा बागेश्वर के भक्त भागवत कथा का ऑनलाइन ही लाभ ले सकेंगे।
बागेश्वर बाबा के पूर्वज आ चुके हैं गया: आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दादा और परदादा गया धाम को आ चुके हैं. इसका प्रमाण गयापाल पंडा के पास मौजूद है. फसली संवत के अनुसार 1398 में बाबा बागेश्वर के दादा गया जी आए थे. दादा भगवान दास गर्ग उर्फ सेतु लाल गर्ग फसली संवत 1398 में जो कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1988 होता है, को आए थे. वे पितरों का पिंडदान किया था. वहीं, बाबा बागेश्वर धाम के पंडा होने के कारण गयापाल पंडा गजाधर लाल कटरियार का उड़ीसा भवन एक बार फिर से चर्चित हो रहा है. याद दिलाएं कि पिछले 3 अक्टूबर 2023 को बाबा बागेश्वर ने गया जी में अपने संबंधित गयापाल पंडा के बही-खाते में अपना हस्ताक्षर बनाया था।
“बाबा बागेश्वर से पहले उनके परदादा मुरलीधर भी गया जी को आ चुके हैं और पिंडदान कर चुके हैं. इसका प्रमाण बही खाते में मौजूद हैं. अब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी 26 सितंबर को गया आ रहे हैं तो वह अपने पितरों का पिंडदान करेंगे.”- गजाधर लाल कटरियार, पंडा, गयापाल
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