खगड़िया, बिहार।बिहार में बाढ़ से जिंदगी मुश्किल हो गई है, लेकिन खगड़िया के मोहम्मद जफर के लिए यह उनकी जिंदगी का सबसे यादगार दिन बन गया। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़कों पर पानी भर गया, लेकिन जफर अपनी दुल्हन जुली प्रवीन को लेने नाव से बारात लेकर निकल पड़े।
गांव से मुख्य सड़क तक सब डूबा, फिर भी नहीं रुकी शादी
गोदड़ी प्रखंड के बौरना गांव के वार्ड नंबर 7 निवासी तजम्मुल के बेटे मोहम्मद जफर की शादी बेलदौर प्रखंड के दिघोन गांव में तय थी। लेकिन शादी से पहले ही बौरना गांव बाढ़ की चपेट में आ गया। गांव से मुख्य सड़क तक जाने वाले सभी रास्ते पानी में डूब गए।
नाव पर सजी बारात
रास्ते बंद होने के बावजूद शादी का दिन नहीं बदला गया। पारंपरिक शेरवानी में सजे दूल्हा जफर फूलों से सजी नाव पर बैठे, जबकि करीब 25 रिश्तेदार और मेहमान दो नावों में साथ थे। डीजे या बैंड की जगह नाविकों के जयकारों और पानी की फुहारों ने इस बारात को खास बना दिया।
ग्रामीणों में चर्चा का विषय
इस अनोखी बारात को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण नदी किनारे जमा हो गए। कई लोगों ने वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल दीं, जो अब वायरल हो रही हैं।
दूल्हा बोला – मां गंगा की लहरों ने शादी को यादगार बना दिया
दूल्हा मोहम्मद जफर ने कहा—
“शादी की तारीख पहले से तय थी। बाढ़ का साया था, लेकिन इसे रद्द करना कोई विकल्प नहीं था। मां गंगा की लहरों ने इस शादी को खास बना दिया।”
दुल्हन भी नाव से हुई विदा
शादी के बाद दुल्हन जुली प्रवीन को भी विदा कर नाव से बौरना गांव लाया गया। दूल्हे के पिता तजम्मुल ने बताया कि रविवार को बारात जीएन तटबंध के लिए रवाना हुई थी और बाढ़ के बावजूद समारोह सफल रहा।
बिहार में बाढ़ की तबाही
राज्य में भारी बारिश और गंगा के बढ़ते जलस्तर से 12 लाख लोग प्रभावित हैं और अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। कई जिलों में हालात गंभीर हैं और राहत कार्य जारी है।


