
अनिगमित क्षेत्र के निर्माण गतिविधियों पर मार्गदर्शी अध्ययन हेतु ए.एस.यू.एस.ई. सर्वेक्षण पर केंद्रित प्रशिक्षण
पटना, 27 जून 2025 :राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (क्षेत्रीय कार्यालय, पटना), सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनिगमित क्षेत्र के स्थापनाओं और परिवारों में निर्माण गतिविधियों पर मार्गदर्शी अध्ययन हेतु ए.एस.यू.एस.ई. सर्वेक्षण पर आधारित दो दिवसीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 26 और 27 जून 2025 को पटना में किया गया। यह सर्वेक्षण जुलाई 2025 से दिसंबर 2025 तक चलेगा।
शिविर का उद्घाटन उप महानिदेशक एवं क्षेत्रीय प्रमुख श्री रोशन लाल साहू ने किया। उन्होंने बताया कि इस सर्वेक्षण के आंकड़े सरकार की नीतियों के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने जोर दिया कि उच्च गुणवत्ता वाले और समयबद्ध आंकड़ों की आज की नीतिगत जरूरतों में खास अहमियत है। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य गैर-निगमित प्रतिष्ठानों द्वारा की गई निर्माण गतिविधियों के सकल मूल्य उत्पादन / सकल मूल्य वर्धित का आकलन करना है, साथ ही परिवारों द्वारा स्व-उपयोग हेतु किए गए निर्माण कार्य की जानकारी एकत्र करना है, जिससे राष्ट्रीय लेखा प्रणाली को इनपुट प्राप्त हो।
प्रशिक्षण शिविर की प्रमुख गतिविधियां :
- उप निदेशक श्री परिमल ने आंकड़ों की उपयोगिता और तकनीकी पहलुओं पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।
- सहायक निदेशक श्री अभिषेक गौरव ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
- तकनीकी प्रशिक्षण श्री जीतेन्द्र राय और श्री रश्मि रंजन, वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी द्वारा दिया गया।
विशिष्ट उपस्थिति :
- उप क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर के प्रभारी श्री राजीव कुमार झा,
- उप क्षेत्रीय कार्यालय गया के श्री टेक नारायण प्रसाद,
- वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी श्री सुधीर कुमार झा, श्री देवेन्द्र कुमार, श्री कमलेश प्रधान, श्री ए.के. पाठक, श्री सुशील कुमार सिंह, श्री डी.एन. प्रसाद, श्री कमलेश कुमार गुप्ता, श्री कुमार इन्द्रजीत, श्रीमती प्रियंका कुमारी,
- श्री गुरुराज सिंह (क. सां. अधि.),
- श्री आलोक कुमार पाण्डेय (उ.श्रे.लिपिक), श्री अमित कुमार, श्री रवि कुमार (एम.टी.एस.)।
धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती मंजूषा कुमारी (व. सां. अधि.) द्वारा दिया गया।
इस प्रशिक्षण शिविर ने प्रतिभागियों को सर्वेक्षण के तकनीकी एवं व्यावहारिक पहलुओं से सुसज्जित किया, जिससे आगामी सर्वेक्षण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।