
पटना, 6 जुलाई 2025: बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो चलने का लंबे समय से प्रतीक्षित सपना अब साकार होने जा रहा है। 15 अगस्त 2025 से पटना मेट्रो का पहला चरण शुरू होगा। इस चरण में न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से मलाही पकड़ी तक मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा। यह परियोजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट मानी जाती है।
प्राथमिक कॉरिडोर की मुख्य बातें:
- रूट: न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से मलाही पकड़ी तक
- लंबाई: 6.107 किलोमीटर
- स्टेशन: 5 (खेमनीचक स्टेशन पर फिलहाल ट्रेन नहीं रुकेगी)
- औसत गति: 80 किमी प्रति घंटा
- समय: सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक
स्टेशन सूची (प्राथमिक कॉरिडोर):
- न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल
- जीरो माइल
- भूतनाथ
- खेमनीचक (ट्रेन अभी नहीं रुकेगी)
- मलाही पकड़ी
स्टेशन विशेष जानकारी:
मलाही पकड़ी स्टेशन:
मुख्य स्टेशन के रूप में तैयार यह दो-मंजिला एलिवेटेड स्टेशन है।
- 4 लिफ्ट, 4 एक्सीलेटर, रैंप और कंक्रीट सीढ़ियाँ
- चार प्रवेश व निकास द्वार (पूर्वी और पश्चिमी छोर)
- वाहन पार्किंग और दुकान की सुविधा उपलब्ध
- स्टेशन से करीब 1 लाख लोगों को लाभ मिलेगा
भूतनाथ स्टेशन:
- दूरी: खेमनीचक से 1016.02 मीटर
- सुंदर पत्थर की सीढ़ियाँ और दो मंजिला स्ट्रक्चर
- लिफ्ट, एक्सीलेटर और बाहरी परिसर का निर्माण तेज़ी से
जीरो माइल स्टेशन:
- दूरी: भूतनाथ से 1317.45 मीटर
- सर्वाधिक विकसित स्टेशन, लिफ्ट-एक्सीलेटर और इलेक्ट्रिक लाइनें लग चुकी हैं
न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल:
- पूर्वी-पश्चिमी छोर दोनों पर स्टेशन का निर्माण
- प्लेटफॉर्म शेड कवर हो चुका, लेकिन पूर्वी छोर पर काम लंबित
इंटरचेंज स्टेशन: खेमनीचक
रेड और ब्लू दोनों मेट्रो लाइनों का इंटरचेंज हब।
- भविष्य में मीठापुर, दानापुर और अन्य मार्गों से जोड़ा जाएगा
- फिलहाल मेट्रो नहीं रुकेगी, कार्य प्रगति पर
लाइनें और विस्तार योजनाएं:
- रेड लाइन (पूर्व-पश्चिम): दानापुर से खेमनीचक (16.86 किमी)
- ब्लू लाइन (उत्तर-दक्षिण): पटना जंक्शन से न्यू ISBT (14.06 किमी)
किराया और ऑपरेशन:
- 0–3 किमी: ₹15
- 3–6 किमी: ₹30 (संभावित किराया)
- बिजली की सब्सिडी नहीं मिलने पर न्यूनतम किराया ₹20 हो सकता है
- सरकार “नो प्रॉफिट-नो लॉस” आधार पर बिजली देने पर विचार कर रही है
मंत्री ने दिए निर्देश:
नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार ने हाल ही में परियोजना की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और कार्य विधानसभा चुनाव से पहले हर हाल में पूरा हो। उन्होंने राजेंद्र नगर से पटना जंक्शन तक अंडरग्राउंड रूट को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया।
“आने वाले वर्षों में पटना मेट्रो का नेटवर्क और विस्तारित होगा, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा।”
— जीवेश कुमार, नगर विकास मंत्री
पटना मेट्रो का प्राथमिक कॉरिडोर राजधानी में सार्वजनिक परिवहन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल यातायात दबाव को कम करेगा, बल्कि हजारों यात्रियों के लिए सुरक्षित, तेज़ और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प बनेगा।