भागलपुर, 6 मई 2025:खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की चमक में एक नाम तेजी से उभर रहा है—तमिलनाडु के युवा तीरंदाज स्मरण सरवेश। मां हैं एसपी, और बेटा तीरंदाजी में बन रहा है गोल्डन हीरो। भागलपुर के सैंडिश कंपाउंड में चल रही अंडर-18 तीरंदाजी स्पर्धा में सरवेश ने रिकर्व व्यक्तिगत फाइनल में जगह बना ली है और गुरुवार को महाराष्ट्र के उज्ज्वल भरत ओलेकर से भिड़ंत होगी।
एक राज्य, एक योद्धा!
तमिलनाडु से इस कटेगरी में खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं सरवेश। 16 साल के इस धाकड़ खिलाड़ी ने पहले राउंड में धीमी शुरुआत की थी, लेकिन फिर जबरदस्त वापसी करते हुए फाइनल में धमाकेदार एंट्री ली।
“आज अलग माइंडसेट था” – बोले सरवेश
सरवेश ने कहा,
“पहले दो टूर्नामेंट में जो गलतियां की थीं, इस बार उन्हें दोहराने नहीं आया। आज मेरा माइंडसेट अलग था, पूरा फोकस खेल पर था। उम्मीद है गोल्ड जीतकर लौटूंगा।”
मां ने कहा शूटिंग, बेटा उतरा तीरंदाजी में
बचपन से शूटिंग का सपना देखने वाले सरवेश ने बताया कि उनकी मां चाहती थीं कि वो शूटिंग करें, लेकिन उम्र की सीमा के कारण उन्होंने तीरंदाजी से शुरुआत की।
“दोनों खेलों में बहुत समानता है। प्रैक्टिस के लिए तीरंदाजी शुरू की और फिर इसमें दिल लग गया।”
स्कॉलरशिप बनी गेम चेंजर
सरवेश को खेलो इंडिया स्कीम के तहत हर महीने ₹10,000 मिलते हैं। इसके अलावा उन्हें तमिलनाडु राज्य सरकार और रिलायंस फाउंडेशन से भी स्कॉलरशिप मिल रही है।
“इस स्कॉलरशिप ने मुझे खेल में टिके रहने और आगे बढ़ने की हिम्मत दी। जब आप 16 साल के हों और करियर की शुरुआत कर रहे हों, तब यह सपोर्ट बहुत मायने रखता है।”
तीन टूर्नामेंट, बढ़ता आत्मविश्वास
- सितंबर 2024: ताइपे यूथ इंटरनेशनल – चौथा स्थान
- फरवरी 2025: बैंकॉक एशिया कप – दमदार प्रदर्शन
- फरवरी 2025: देहरादून – टॉप-8 में जगह
अगला मिशन: कनाडा वर्ल्ड चैंपियनशिप
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बाद सरवेश की नजरें कनाडा में अगस्त में होने वाले यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप पर हैं। उन्होंने बताया कि इसके ट्रायल्स 22 मई को पुणे में होने हैं।
“इस समय पूरा फोकस भागलपुर में गोल्ड जीतने पर है। उसके बाद कनाडा की तैयारी करूंगा।”
एक एसपी मां का बेटा अब देश का नाम तीरंदाजी में रोशन करने को तैयार है। खेलो इंडिया ने एक बार फिर साबित किया है कि स्कॉलरशिप और सही मंच युवाओं को बना सकता है चैंपियन!