पटना | लाइव अपडेट | 6 मई 2025
बिहार सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाले औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला (Drug Control Laboratory) के तकनीकी संवर्ग में नियुक्ति प्रक्रिया को और अधिक दक्ष, पारदर्शी और योग्यता आधारित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब इन पदों पर बहाली केवल लिखित परीक्षा नहीं, बल्कि पूर्व कार्य अनुभव के आधार पर भी होगी।
किन पदों पर लागू होंगे नए नियम?
इस नई प्रणाली के अंतर्गत जिन पदों पर नियुक्ति के नियम बदले गए हैं, वे निम्नलिखित हैं:
- सरकारी विश्लेषक (Government Analyst)
- जीवाणु-विद (Bacteriologist)
- वरीय वैज्ञानिक सहायक (Senior Scientific Assistant)
- टेक्नीशियन (Technician)
कैसे होगी बहाली? जानिए नया मूल्यांकन सिस्टम
राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसे अधिसूचित किया है। नियुक्ति की प्रक्रिया अब 100 अंकों की मेरिट प्रणाली पर आधारित होगी:
- 75 अंक – लिखित परीक्षा (BTSC या किसी सक्षम आयोग द्वारा आयोजित)
- 25 अंक – पूर्व कार्य अनुभव के आधार पर
प्रत्येक संतोषजनक सेवा वर्ष पर 5 अंक मिलेंगे। यह अधिकतम 5 वर्षों यानी 25 अंकों तक सीमित रहेगा।
किन संस्थानों का अनुभव मान्य होगा?
पूर्व कार्य अनुभव के लिए केवल सरकारी और स्वायत्त संस्थानों में किए गए कार्यों को ही मान्यता दी जाएगी:
- बिहार सरकार / भारत सरकार के अधीन संस्थान
- नगर निगम / नगर पालिका / पंचायत
- सार्वजनिक उपक्रम / सैन्य अनुबंध आधारित सेवाएं
- गैर-निजी (गवर्नमेंट-रन) प्रयोगशालाएं
महत्वपूर्ण: अनुभव का लाभ उन्हीं उम्मीदवारों को मिलेगा, जिन्होंने पहले न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक (Cut-off Marks) अर्जित किए हों।
इस कदम से क्या होगा फायदा?
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इससे नियुक्ति प्रक्रिया:
- पारदर्शी और दक्ष होगी
- अनुभवी उम्मीदवारों को न्यायोचित वरीयता मिलेगी
- प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और कार्यकुशलता में सुधार होगा
- भर्ती में सिर्फ डिग्री नहीं, अनुभव भी मायने रखेगा