मुंगेर: बिहार सरकार राज्य के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण एवं पर्यटन विकास को लेकर गंभीर है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की है कि मुंगेर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सीताकुण्ड के विकास के लिए 6.98 करोड़ रुपये की परियोजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंतर्गत इस परियोजना की पहली किस्त के रूप में 3.49 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। यह योजना अगले 12 महीनों में पूरी की जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
परियोजना के तहत होंगे ये प्रमुख कार्य:
- आकर्षक प्रवेश द्वार का निर्माण
- आधुनिक शौचालय ब्लॉक
- दुकानों और स्टॉल्स की व्यवस्था
- स्थल की चहारदीवारी और समग्र सौंदर्यीकरण
- पार्किंग जोन का निर्माण
- कुण्ड के चारों ओर सीढ़ियों का विकास
इस परियोजना का कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा।
धार्मिक महत्व से जुड़ा है सीताकुण्ड
मुंगेर का सीताकुण्ड न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसका पौराणिक महत्व भी विशिष्ट है। मान्यता है कि रामायण काल में माता सीता ने यहीं अग्नि परीक्षा दी थी, और जहां वे खड़ी हुईं, वहां से गर्म जल का कुण्ड प्रकट हुआ, जो आज भी पूरे वर्ष गर्म रहता है। इसे रामतीर्थ के नाम से भी जाना जाता है।
यह स्थल माघ माह के दौरान लगने वाले मेले के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है, जहां दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
रोजगार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि, “सरकार का उद्देश्य धार्मिक स्थलों के संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इस परियोजना से न केवल सीताकुण्ड का सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की योजनाएं आर्थिक गतिविधियों को गति देंगी और बिहार को पर्यटन के नक्शे पर एक सशक्त पहचान दिलाएंगी।