
पटना, 5 जुलाई 2025:राजधानी पटना एक बार फिर अपराधियों के निशाने पर है। गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात चर्चित उद्योगपति और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधियों ने इस सनसनीखेज वारदात को खेमका के घर के सामने अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए।
घटना ने पूरे बिहार की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। लगातार बढ़ते अपराधों के बीच अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजधानी पटना भी अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुकी है?
पटना पुलिस एक्शन में, एक शूटर की हुई पहचान
हत्या के बाद पटना पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। इस बीच आईजी जितेंद्र राणा ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि “एक शूटर की पहचान कर ली गई है और सभी पहलुओं पर गहराई से जांच हो रही है।”
बेउर जेल से रची गई साजिश?
पुलिस को जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि खेमका की हत्या की साजिश पटना की बेउर जेल से रची गई थी। इसी कड़ी में पटना एसएसपी और आईजी के नेतृत्व में 14 थानों की पुलिस बेउर जेल भेजी गई है। सूत्रों के मुताबिक इस हत्याकांड में जमीन माफियाओं की भी भूमिका हो सकती है।
पुलिस की सख्त चेतावनी
आईजी ने कहा है कि “अब अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा, पुलिस उनके घर में घुसकर कार्रवाई करेगी।”
उद्योगपति की दिनदहाड़े हत्या और जेल से साजिश की आशंका ने बिहार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता और गहरा दी है। वहीं, आम जनता और व्यापारी वर्ग में भय और आक्रोश का माहौल है।