
WJAI के महासचिव अमित रंजन के पिता थे स्व० श्रीवास्तव
गोपालगंज, 30 जून 2025:गोपालगंज के प्रसिद्ध अधिवक्ता, रंगकर्मी और स्वतंत्र फिल्म निर्देशक विपिन बिहारी श्रीवास्तव का रविवार देर रात निधन हो गया। वे 29 जून की रात करीब 1 बजे अपने आवास पर अंतिम साँस ली। उनके निधन से गोपालगंज ही नहीं, बल्कि राज्य भर के सामाजिक, सांस्कृतिक और न्यायिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
रंगकर्म और सिनेमा में गहरा योगदान
स्व० श्रीवास्तव बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। रंगकर्म के क्षेत्र में उन्होंने सामाजिक यथार्थ से प्रेरित कई नाटकों का निर्देशन किया। उनकी रचनात्मकता में जनसंघर्ष, सामाजिक विसंगतियाँ और मानवीय संवेदना स्पष्ट रूप से झलकती थी। वे सीमित संसाधनों में भी सशक्त प्रस्तुति देने में विश्वास रखते थे और नवोदित कलाकारों को मंच देने में सदैव आगे रहते थे।
न्यायिक क्षेत्र में मजबूत छवि
एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में विपिन बिहारी श्रीवास्तव ने ईमानदारी, अध्ययनशीलता और निडरता के साथ वर्षों तक कई महत्वपूर्ण मुकदमों की पैरवी की। वे सत्य और न्याय के लिए कभी भी किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं झुके। बार एसोसिएशन में उनकी प्रतिष्ठा एक कर्मठ, सुलझे और संवेदनशील अधिवक्ता की रही।
परिवार और समाज के प्रति प्रतिबद्ध
वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (WJAI) के राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन स्व० श्रीवास्तव के पुत्र हैं। संगठन की ओर से उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट की गई है।
WJAI ने दी श्रद्धांजलि
WJAI के अध्यक्ष आनंद कौशल, उपाध्यक्ष डॉ. माधो सिंह, डॉ. लीना, संजीव आहूजा, महासचिव अमिताभ ओझा, बिहार प्रभारी मधुप मणि “पिक्कू”, अकबर इमाम, चंदन कुमार, विवेक कुमार, सूरज कुमार, मिथिलेश मिश्रा, शैलेंद्र झा, नलिनी भारद्वाज, मंजेश कुमार, मनोकामना सिंह, राम बालक राय, अभिषेक कुमार सिंह और प्रवक्ता मुरली मनोहर श्रीवास्तव समेत तमाम सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र अमित रंजन ने दी
सोमवार को गोपालगंज में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र अमित रंजन ने दी। अंतिम यात्रा में उनके अनुज पूर्व अपर सचिव आनंद बिहारी प्रसाद, पुत्रगण अंचल अप्रतिम, प्रशांत चेतन, क्षितिज समीर, पौत्रगण कौस्तुभ निहाल, संभव, मोहित, स्नेह, अंशुमन, भाजपा नेता अनूप श्रीवास्तव, ओमप्रकाश, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी, उनके सहयोगी, पत्रकार, कलाकार, शुभचिंतक और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
परिवार की अपील
परिवार ने सभी शुभचिंतकों से यह अनुरोध किया है कि वे स्व० श्रीवास्तव के सिद्धांतों, मूल्यों और रचनात्मक आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।