
भागलपुर।गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र, भागलपुर में बुधवार को देश में लगाए गए आपातकाल की स्मृति में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जेपी सेनानी मंच के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम का विषय था “आपातकाल: लोकतंत्र पर संकट और आज की चुनौतियां”।
कार्यक्रम की अध्यक्षता गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र गुप्ता ने की। उन्होंने इस आयोजन को लोकतांत्रिक चेतना को जीवित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया और जेपी आंदोलन की प्रेरणा को आज के संदर्भ में भी अत्यंत प्रासंगिक बताया।
वक्ताओं ने 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार देते हुए युवाओं से संवैधानिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया। संगोष्ठी में जेपी आंदोलन से जुड़े सैनिकों ने अपने अनुभव साझा किए, संघर्ष की पीड़ा को याद किया और आपातकाल के दौरान जनता पर किए गए अत्याचारों का वर्णन किया।
इस अवसर पर जेपी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. फारूक अली, समाजसेवी संजय सिंह, अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधि, शिक्षाविद, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने लोकतंत्र की रक्षा और जन अधिकारों की बहाली के लिए एकजुट रहने की शपथ ली।