
मंत्री जयंत राज के साथ गांव को लिया गोद, स्ट्रीट लाइट परियोजना का हुआ शुभारंभ
भागलपुर। बिहार के ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। अरिष्टो फार्मा के मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू ने मंगलवार को अमरपुर में एक गांव को गोद लेकर वहां स्मार्ट गांव परियोजना की शुरुआत की। इस अवसर पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री एवं अमरपुर विधायक जयंत राज कुशवाहा भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
गौरतलब है कि भोला बाबू और मंत्री जयंत राज ट्रेन के माध्यम से सुल्तानगंज स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर स्थानीय कार्यकर्ताओं ने दोनों का भव्य स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेता सड़क मार्ग से अमरपुर पहुंचे। यहां ग्रामीणों की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गांव को गोद लेने और स्ट्रीट लाइट परियोजना का शुभारंभ किया गया।
स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट गांव बनाने का संकल्प
इस अवसर पर उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू ने कहा कि उन्होंने स्मार्ट सिटी की तर्ज पर अब स्मार्ट गांव बनाने का संकल्प लिया है। यह सपना उनके बड़े भाई किंग महेंद्र का था कि गांवों में भी शहर जैसी सुविधाएं हों। उसी सपने को साकार करने के लिए वे बिहार के विभिन्न गांवों का दौरा कर रहे हैं और वहां विकास कार्य आरंभ करवा रहे हैं।
भोला बाबू ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि गांवों में सड़क, स्ट्रीट लाइट, शुद्ध पेयजल, प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाएं हर घर तक पहुंचे। गांवों के विकास के बिना बिहार का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। हम इसे एक मिशन की तरह लेकर काम कर रहे हैं।”
मंत्री जयंत राज ने जताई उम्मीद
इस मौके पर भवन निर्माण मंत्री जयंत राज ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि, “भोला बाबू ने अमरपुर में विकास की एक नई शुरुआत की है। मैंने उनसे आग्रह किया है कि वे हमारे विधानसभा क्षेत्र के और भी गांवों को गोद लेकर स्मार्ट बनाएं और यहां के युवाओं को रोजगार देने की व्यवस्था करें। उन्होंने इस दिशा में सकारात्मक पहल का भरोसा दिलाया है।”
मंत्री ने कहा कि निजी क्षेत्र का इस तरह ग्रामीण विकास में आगे आना बेहद सराहनीय कदम है। इससे सरकार की विकास योजनाओं को भी मजबूती मिलेगी और गांवों की दशा-दिशा दोनों बदलेगी।
ग्रामीणों में खुशी की लहर
इस मौके पर गांव वालों ने भोला बाबू और मंत्री जयंत राज का आभार जताया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में स्ट्रीट लाइट लगने से रात में आवागमन आसान हो जाएगा और असामाजिक तत्वों पर भी अंकुश लगेगा। साथ ही, इस पहल के तहत अन्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद से लोग बेहद उत्साहित हैं।
क्या है योजना
अरिष्टो फार्मा की इस स्मार्ट गांव परियोजना के तहत गांवों में
- सड़क मरम्मत और निर्माण
- स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था
- शुद्ध पेयजल की सुविधा
- डिजिटल शिक्षा केंद्र
- स्वास्थ्य शिविर और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र
- युवाओं के लिए रोजगारपरक प्रशिक्षण
- डिजिटल कनेक्टिविटी
जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
विकास की नई इबारत
यह पहल बिहार के ग्रामीण विकास को एक नई दिशा देने के साथ-साथ समाज में निजी क्षेत्र की सहभागिता का भी सशक्त उदाहरण बन सकती है। अगर यह योजना सफल रही, तो अन्य संस्थाएं और उद्यमी भी ग्रामीण इलाकों में इसी तरह के कदम उठाने को प्रोत्साहित होंगे।
उल्लेखनीय है कि इस तरह की पहल बिहार में अब तक बहुत सीमित रही है। इसलिए अरिष्टो फार्मा की इस मुहिम को ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ा और असरदार कदम माना जा रहा है।