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औरंगाबाद, बिहार – जिले के वरीय उप समाहर्ता रितेश यादव ने मंगलवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली, डॉक्टरों की उपस्थिति, स्वच्छता और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की।

डॉक्टरों की उपस्थिति संतोषजनक, लेकिन यूनिफॉर्म को लेकर मिली चेतावनी

निरीक्षण की शुरुआत ओपीडी से की गई, जहां सभी डॉक्टर उपस्थित पाए गए। हालांकि, एक डॉक्टर बिना यूनिफॉर्म के मौजूद थे। इस पर उप समाहर्ता ने नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि कोई भी डॉक्टर या कर्मी बिना यूनिफॉर्म के ड्यूटी पर उपस्थित नहीं हो सकता।

ऑपरेशन थियेटर और वार्डों की सफाई व्यवस्था की सराहना

ओटी (ऑपरेशन थियेटर) और अन्य कक्षों की भी जांच की गई, जहां स्वच्छता की स्थिति संतोषजनक पाई गई। उप समाहर्ता ने अस्पताल प्रशासन को इस व्यवस्था को बनाए रखने की सलाह दी और कहा कि ऐसी साफ-सफाई से ही मरीजों को बेहतर माहौल मिल सकता है।

अस्पताल में भोजन व्यवस्था पर उठे सवाल

जब अस्पताल में परोसे जाने वाले भोजन की जांच की गई, तो यह पाया गया कि भोजन निर्धारित मेनू के अनुसार नहीं तैयार किया गया था। इस पर रितेश यादव ने गंभीर नाराजगी जताई और संबंधित कर्मियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।

जन्म प्रमाण पत्र काउंटर बंद, भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के आदेश

निरीक्षण के दौरान जन्म प्रमाण पत्र काउंटर बंद पाया गया। जब उपाध्यक्ष से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे छुट्टी पर हैं। लेकिन वहां मौजूद कई लोगों ने शिकायत की कि वे एक महीने से आवेदन दे रहे हैं, फिर भी प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहा है।

चौंकाने वाली बात यह रही कि कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि जो लोग पैसे दे रहे हैं, उन्हें प्रमाण पत्र एक घंटे के अंदर मिल जा रहा है। इस पर वरीय उप समाहर्ता ने तत्काल जांच के आदेश दिए और कहा कि “यदि कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”