
नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार की विदेश नीति को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के हालिया साक्षात्कार का हवाला देते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।
राहुल गांधी ने जयशंकर के एक विदेशी पत्रकार को दिए गए इंटरव्यू का वीडियो फिर से साझा करते हुए सवाल उठाया—
“क्या जयशंकर बताएंगे कि भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा गया? पाकिस्तान की निंदा करने में किसी भी देश ने हमारा समर्थन क्यों नहीं किया? और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत-पाक के बीच मध्यस्थता का सुझाव किसने दिया?”
उन्होंने विदेश मंत्री को व्यंग्यात्मक तौर पर ‘जेजे’ कहकर संबोधित किया और केंद्र की विदेश नीति की दिशा पर सवाल खड़े किए।
उपसभापति हरिवंश का पलटवार:
राहुल गांधी के इस बयान पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “यह वह समय है, जब हमें एकजुट होकर राष्ट्र के साथ खड़ा होना चाहिए।” साथ ही, उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि 1990 के दशक से लेकर 2004-2014 के बीच दिल्ली और मुंबई में हुए आतंकी हमलों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
हरिवंश ने राहुल गांधी को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर जिम्मेदार बयान देने की नसीहत दी।