शाहजहांपुर, 3 मई — गंगा एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार को भारतीय वायुसेना ने अभूतपूर्व सैन्य अभ्यास कर इतिहास रच दिया। राफेल, जगुआर, मिग-29 और सुखोई जैसे लड़ाकू विमानों ने एक्सप्रेस-वे की हवाई पट्टी को छूकर उड़ान भरी, जबकि मालवाहक विमान AN-32 ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की। इस प्रदर्शन ने गंगा एक्सप्रेस-वे को देश के सबसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे में से एक बना दिया।
दिन में 15 विमानों का प्रदर्शन
शुक्रवार दोपहर 12:38 बजे से 2:01 बजे तक चले अभ्यास सत्र में विभिन्न श्रेणियों के 15 विमानों ने भाग लिया। सुखोई SU-30, C-130 हरक्यूलिस, AN-32, मिग-29, राफेल और एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने एक्सप्रेस-वे को टच करते हुए उड़ान भरी। AN-32 की लैंडिंग ने कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बढ़ाया।
रात में पहली बार नाइट टचडाउन
गंगा एक्सप्रेस-वे देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस-वे बन गया है, जहां नाइट लैंडिंग की सुविधा मौजूद है। रात 9:15 बजे से 10 बजे के बीच 10 लड़ाकू विमान और 2 परिवहन विमान हवाई पट्टी को छूते हुए गुजरे। इसके बाद एक हेलीकॉप्टर ने भी लैंडिंग की।
तीसरा रणनीतिक एक्सप्रेस-वे
यह गंगा एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बाद तीसरा ऐसा एक्सप्रेस-वे बनाता है, जो सैन्य आपात स्थिति में रनवे की भूमिका निभा सकता है। जलालाबाद के पीरू गांव के पास 3.5 किलोमीटर क्षेत्र को इमरजेंसी लैंडिंग फैसिलिटी के रूप में विकसित किया गया है।