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बेगूसराय, 08 जुलाई 2025 | बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा जताई गई आपत्ति के जवाब में अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए बड़ा सवाल खड़ा किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव को लेकर कहा कि पहले यह जांच होनी चाहिए कि वह बिहार की मतदाता सूची में कैसे दर्ज हुईं।

गिरिराज सिंह ने उठाया नाम बदलने का मुद्दा

गिरिराज सिंह ने कहा, “तेजस्वी यादव खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन शादी के बाद अपनी पत्नी का नाम बदल दिया। उनकी पत्नी राजश्री यादव असल में रेचल गोडिन्हो थीं। क्या क्रिश्चियन होना कोई गुनाह है? अगर नहीं, तो नाम क्यों बदला गया?” उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पत्नी बिहार की वोटर कैसे बनीं।

“वोटर लिस्ट की जांच जरूरी”

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष खुद मतदाता सूची को लेकर सवाल उठा रहे हैं, तो सबसे पहले यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि उनकी पत्नी का नाम इसमें किस प्रक्रिया के तहत जुड़ा। “जिनके पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है, उन्हें पुनरीक्षण से डर क्यों लग रहा है?” उन्होंने पूछा।

अपराध और सुशासन पर भी बोले मंत्री

गिरिराज सिंह ने व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या को लेकर कहा कि बिहार सरकार पर जानबूझकर सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुशासन की सरकार में अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई होती है। “लालू-राबड़ी के शासन में जो जंगलराज था, वह अब नहीं है,” उन्होंने जोड़ा।

राजश्री यादव कौन हैं?

तेजस्वी यादव ने वर्ष 2021 में दिल्ली में रेचल गोडिन्हो से विवाह किया था। शादी के बाद उनका नाम बदलकर राजश्री यादव रखा गया। वह मूलतः हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली हैं और पेशे से पूर्व एयर होस्टेस हैं। बताया जाता है कि उनकी शिक्षा नई दिल्ली के डीपीएस आरके पुरम में हुई थी।