
पटना/नोखा, 5 जुलाई 2025राजधानी पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या के मामले में बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में अब अफसरशाही का जंगलराज चल रहा है और सरकार का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है।
PK ने कहा: नीतीश के राज में अफसरों का तांडव
प्रशांत किशोर ने रोहतास जिले के नोखा में जनसभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा:
“लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में अपराधियों का तांडव होता था, आज नीतीश कुमार के शासन में अफसरों का। दोनों ही सरकारों में जनता को केवल डर और असुरक्षा ही मिली है। शासन का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है।”
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह व्यवसायी की हत्या हुई है, वह दिखाता है कि राजधानी में भी आम आदमी सुरक्षित नहीं है।
जन सुराज प्रतिनिधिमंडल ने परिजनों से की मुलाकात
इधर, जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, वरिष्ठ नेता किशोर मुन्ना और आर.के. मिश्रा ने पटना में गोपाल खेमका के परिजनों से मुलाकात की।
पत्रकारों से बातचीत में उदय सिंह ने कहा:
“बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। हर दिन हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और पुलिस इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रही है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रदेश में शासन का कोई नियंत्रण नहीं बचा है, और जनता खुद को असहाय महसूस कर रही है।
पृष्ठभूमि: सरेआम हत्या, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
शुक्रवार रात करीब 11 बजे राजधानी पटना में गोपाल खेमका को उनके अपार्टमेंट के बाहर उस समय गोली मार दी गई जब वे अपनी कार से उतरकर अंदर जा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि हमलावरों ने बेहद नजदीक से वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए।
पुलिस को शक है कि हत्या की साजिश बेऊर जेल से रची गई थी, इसी कड़ी में वहां छापेमारी भी की जा रही है। इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है।
राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बढ़ा
इस हत्याकांड को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों और कारोबारी वर्ग में भी रोष व्याप्त है। प्रशांत किशोर और जन सुराज नेताओं की सक्रियता इस मुद्दे को और तेज बना रही है।
अब देखना यह होगा कि SIT की जांच और सरकार की कार्रवाई इस जघन्य हत्या के दोषियों तक कब और कैसे पहुंचती है।