मोतिहारी (बिहार): बिहार पुलिस एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह हैरान करने वाली है। चोरों को पकड़ने वाली पुलिस पर ही चोरी का आरोप लग गया है। मोतिहारी में पदस्थापित एक पुलिस जवान अमित कुमार पर डीएसपी के फर्जी हस्ताक्षर कर पेट्रोल पंप से डीजल चोरी कर उसे बेचने का गंभीर आरोप लगा है।
डीएसपी ऑफिस में तैनात था सिपाही, बना डीजल चोर
यह पूरा मामला तब सामने आया जब पेट्रोल पंप पर भुगतान के दौरान डीजल कूपन के सिग्नेचर से मिलान किया गया। हस्ताक्षर में गड़बड़ी दिखने के बाद जांच शुरू की गई, तो सन्न कर देने वाला सच सामने आया—डीएसपी कार्यालय में तैनात सिपाही ही पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड था।
आरोपी सिपाही अमित कुमार डीएसपी का फर्जी सिग्नेचर कर सरकारी कूपन पर डीजल लेता और फिर उसे बाजार में बेच दिया करता था।
एसपी के आदेश पर FIR दर्ज, सिपाही फरार
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए और आरोपी सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस की टीम गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, लेकिन फिलहाल आरोपी अमित कुमार फरार बताया जा रहा है।
भरोसे की वर्दी पर फिर उठा सवाल
इस घटना ने एक बार फिर बिहार पुलिस की कार्यप्रणाली और वर्दी की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीएसपी स्तर के अधिकारी के नाम पर फर्जीवाड़ा करना न सिर्फ विश्वासघात है, बल्कि पूरे विभाग की छवि पर दाग भी है।