पटना, 05 अक्टूबर 2025: बिहार सरकार ने रोजगार और कौशल विकास के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल की है। राज्य के पहले भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय के भव्य उद्घाटन के अवसर पर श्रम संसाधन विभाग ने 4000 चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के संसदीय कार्य एवं जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र वितरण बिहार सरकार की रोजगार नीति का प्रतीक है। इस योजना के तहत अगले पांच वर्षों (2025-30) में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्रम संसाधन विभाग ने बताया कि राज्य सरकार रोजगार नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन करेगी। इसका उद्देश्य युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार के नए अवसर तलाशना और नीति निर्माण को और अधिक मजबूत बनाना है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी ने युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में नए अवसर उपलब्ध कराने के संकल्प को दोहराया।
कौशल विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक आनंद, रजिस्ट्रार राजेश भारती, श्रमायुक्त और अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की भव्यता ने यह स्पष्ट किया कि बिहार में युवाओं को रोजगार और कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में नई दिशा देने का संकल्प दृढ़ता से जारी है।