पटना, 30 मई।अब निजी स्कूलों की तर्ज पर बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में भी अभिभावकों और शिक्षकों के बीच नियमित संवाद को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग ने राज्य के प्राथमिक, मध्य, उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में 31 मई, शनिवार को “पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम” विषय पर अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित करने का निर्देश जारी किया है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह संगोष्ठी गर्मी की छुट्टियों से पूर्व आयोजित की जा रही है, ताकि बच्चों की समग्र प्रगति में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
संगोष्ठी में चर्चा के प्रमुख बिंदु होंगे:
- बच्चों की शैक्षणिक प्रगति और उनके द्वारा किए गए गृहकार्य की समीक्षा
- पुस्तक वितरण, अभ्यास पुस्तिका, डायरी और टीएलएम किट की जानकारी
- विद्यालय के वातावरण, अनुशासन और बच्चों के सामाजिक व्यवहार पर संवाद
- अभिभावकों के सुझाव लेकर स्कूल सुधार की दिशा में पहल
शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रमुख निर्देश:
- 01 अप्रैल से 31 मई तक पढ़ाए गए पाठ्यक्रम और अभ्यास पुस्तिका की छुट्टियों में पुनरावृत्ति के लिए अभिभावकों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- छात्रों के लिए घर पर ‘पढ़ाई का कोना’ (Study Corner) विकसित करने की सलाह, जिसमें बैठने की जगह, पोस्टर और पढ़ाई का रुटीन शामिल हो।
- गर्मी की छुट्टियों के लिए गृहकार्य की जानकारी अभिभावकों को दी जाएगी। यह गृहकार्य ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध है, जिसकी प्रति शिक्षक प्रदान करेंगे।
- पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से छात्रों को नैतिक शिक्षा, स्वच्छता, नागरिक बोध और यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी।
- स्कूल के विकास और माहौल को बेहतर बनाने के लिए अभिभावकों से सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे।
डॉ. सिद्धार्थ ने यह भी आशा व्यक्त की है कि छात्र छुट्टियों के दौरान परिवार के साथ आनंद लेंगे, लेकिन इस बीच शिक्षा की निरंतरता बनी रहे, इसके लिए अभिभावकों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है।